जयपुर- पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट अजमेर से जयपुर तक जनसंघर्ष यात्रा पर निकले है। अपनी ही सरकार के खिलाफ एक बार फिर मैदान में उतरे सचिन पायलट की पांच दिसवसीय यात्रा का आज समापन होगया। पदयात्रा जयपुर पहुंचेगी और उसके बाद कमला नेहरू नगर पुलिया के पास जनसभा का आयोजन किया जाएगा। अपनी ही सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और युवाओं की आशंकाओं को मुद्दा बनाकर मोर्चा खोलकर बैठे पायलट की यात्रा का तो समापन हो जाएगा पर मुख्यमंत्री गहलोत के साथ ही सबकी निगाहें सचिन पर टिकी है आखीर पायलट की अगली रणनीति क्या होगी। पायलट ने यात्रा शुरू करने से पहले कहा था राजनीति आग का दरिया है जिसे तैरकर पार करना है। पायलट की इस यात्रा में युवाओं ने तो कदम ताल मिलाए लेकिन अब देखना यह है की समापन के मौके पर पायलट के साथ कितने मंत्री व विधायक खडे है।
पायलट की जनसंघर्ष यात्रा का समापन या सियासी यात्रा का आरम्भ
सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा का तो आज समापन हो जाएगा लेकिन क्या सचिन पायलट की सियासी यात्रा का आरम्भ होगा। जिस तरीके से पायलट के साथ युवा कदमताल मिला रहे है वो सीएम गहलोत पर भारी पड़ सकता है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो चुकी है। ऐसे में पायलट ओर गहलोत के बीच की तकरार कम होने के बचाय बढ़ती जा रही है। पायलट जिस तरह से चुनाव से ठिक पहले यात्रा निकाल रहे है यह सियासत के गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक ओर जहां पायलट कहते हुए आए है की यह लड़ाई किसी के खिलाफ नहीं है वही दुसरी और सचिन पायलट ने भजपा के राज में हुए करप्शन पर कार्रवाई की मांग पर गहलोत पर जमकर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता ने कहा पायलट से पहले उठा चुके इन मुद्दों को
सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रामसिंह कस्वां ने दावा करते हुए कहा है ये सार मुद्दे उनके है। 2016 में वह इन मुद्दों को लेकर पायलट के पास गए थे। अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है की जब पायलट को इन म़द्दों की जानकारी पहले से थी तो पायलट अब तक चुप क्यो थे। पायलट ने चुनाव से ठीक पहले ही इन मुद्दों को क्यों उठाया है। वहीं कस्वां का कहना है जिन मुद्दों को लकर में सुप्रीम कोर्ट गया पायलट उन्हीं मुद्दों पर राजनीति कर रहे है। हालांकी पायलट ने कस्वां के आरोपो पर जवाब भी दिया है पायलट ने कहा अभी तो आरोपों की शुरूआत है आगे आगे देखो क्या क्या होता है। पायलट ने कहा मैने हमेश राजनीतिक शिष्टाचार का पालन किया है।
पायलट पर पार्टी बदल रही अपना मन
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत ने जहा पायलट के खिलाफ जुबानी मोर्चा खोल रखा है तो दुसरी ओर पायलट सड़को पर उतरे हुए है। अब ऐसे में खबरे सामने आ रही है पायलट को लेकर पार्टी अपना मन बदल रही है। पायलट को धैर्य रखने के लिए कहा जा रहा है। राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी के बाद अब राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पायलट से संपर्क साध रहे है। पायलट से कहा जा रहा है कुछ होगा। कर्नाटक चुनाव संपन्न हो चुका अब पार्टी का पुरा ध्यान राजस्थान की ओर है पार्टी पायलट को लेकर क्या फैसला लेती है यह तो समय बताएगा।