जयपुर। चुनावी साल में अपनी मांगों को लेकर जेल प्रहरी एक बार फिर आंदोलन की राह पर है। अपनी विभिन्न मांगो को लेकर राज्य के 105 जिलों के लगभग 3000 से अधिक कार्मिक आंदोलन कर रहे हैं। सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले बेठे जेल प्रहरीयों का आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा। जेल कार्मिकों ने काली पट्टी बांध कर अपना विरोध दर्ज करवाया। जेल कर्मचारियों द्वारा इसी तरह काली पट्टी बांध कर अगले पांच दिन तक विरोध जारी रहेगा।
जेल कार्मिकों का 1998 से आंदोलन जारी
जेल कार्मिकों ने कहा कि वेतन विसंगतियों के तहत पुलिस के समान वेतन को लेकर 1998 से आंदोलन शुरू किया गया था। वेतन भत्ते की मांग को लेकर 6 जुलाई 2017 को प्रदेश की जेलों में मैस का बहिष्कार किया गया था। 9 जुलाई को राज्य सरकार तथा कारागार विभाग के बीच एक समझौता हुआ लेकिन उस समझौते को आज तक लागू नहीं किया गया।
1998 से पहले राजस्थान पुलिस आरएसी एवं जेल प्रहरीयों का वेतन एक समान हुआ करता था लेकिन अब राजस्थान में जेल कार्मिकों एवं आरएसी के वेतनमान में बड़ा अंतर है। इसी को लेकर जेल कार्मिकों द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा हैं।
विरोध प्रदर्शन करते हुए जेल प्रहरीयों ने 10 सूत्रीय मांगों को शीघ्र लागू करने, पुलिस राजस्व आरएसी के समान वेतन भत्ते देने की मांग की। जेल कार्मिकों ने कहा कि 9 जुलाई 2017 को समझौता वार्ता हुई थी जिस पर सहमति बनी लेकिन सरकार एवं विभाग द्वारा उसे आज तक लागू नहीं किया गया। जिसे तत्काल लागू किया जाए। जेलकर्मीयों ने कहा यदि सरकार मांगो पर सुनवाई नहीं करती है तो जेलकर्मी एक बार फिर से मैस का बहिष्कार करेंगे।