Petrol Price in Rajasthan: राजस्थान में पेट्रोल-पंपों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज सुबह 6 बजे से शुरू हो गई है। पिछले दो दिनों से राज्य में सभी पेट्रोल पंप सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक सांकेतिक हड़ताल कर रहे थे। परन्तु मांगे पूरी नहीं होने के कारण इसे पूर्णकालिक हड़ताल में बदल दिया गया है। राज्य में लगभग 6700 से अधिक पेट्रोल पंप हैं जिन पर पेट्रोल-डीजल मिलना बंद हो चुका है।
यह है पेट्रोल पंप मालिकों की मांग
पड़ौसी राज्यों की तुलना में राजस्थान में वैट अधिक होने के कारण यहां पर पेट्रोल, डीजल अन्य राज्यों की तुलना में अधिक महंगा मिल रहा है। कई जगहों पर तो यह अंतर 12 से 15 रुपए प्रति लीटर तक आ रहा है। ऐसे में हाईवे से आने वाले वाहन राजस्थान में प्रवेश से पूर्व ही अपने वाहन की टंकी फुल करवा लेते हैं। इसके कारण यहां के पेट्रोल पंपों को नुकसान हो रहा है।
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राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने इस हड़ताल का आयोजन करते हुए सरकार से वैट कम करने की मांग की है। कुछ समय पूर्व केन्द्र सरकार ने पूरे देश में वैट कम करने की घोषणा की थी। इसके बाद कई हरियाणा, दिल्ली, पंजाब सहित कई राज्यों की सरकारों ने भी अपने यहां वैट में कटौती कर दी थी। इससे पेट्रोल-डीजल की प्राइस कम हो गई थी।
हालांकि इस दौरान राजस्थान में एक बार भी वैट कम नहीं किया गया, जिसके कारण राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतें (Petrol price in rajasthan) पड़ौसी राज्यों की तुलना में 12 से 15 रुपए प्रति लीटर तक अधिक हो गई है। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की मांग है कि राज्य में भी पेट्रोल पंजाब या हरियाणा की ही रेट पर बिकें ताकि उन्हें नुकसान न हों।
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दस रुपए तक कम हो सकते हैं पेट्रोल के भाव
यदि सरकार एसोसिएशन की मांग मान लेती है तो राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में करीब 10 से 15 रुपए प्रति लीटर तक की कटौती हो सकती है और इसका फायदा आम जनता को होगा। इससे कार्गो की लागत भी कम होगी।