Phalodi Satta Bazar : लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार का आज अंतिम दिन है और 26 अप्रैल को राजस्थान में 13 सीटों पर वोटिंग होगी। अजमेर लोकसभा क्षेत्र से इस बार 14 उम्मीदवार खड़े हुए हैं। लेकिन मुख्य टक्कर बीजेपी के भागीरथ चौधरी और कांग्रेस के रामचंद्र चौधरी के बीच है। फलोदी सट्टा बाजार ने अजमेर सीट को लेकर बड़ा दावा कर दिया है। जिसके बाद से ही अजमेर की सियासत में भूचाल आ गया है। जोधपुर के पास फलोदी राजस्थान में नए बने 17 जिलों में से एक जिला है। फलोदी में बड़े से लेकर बच्चे तक हर कोई माहिर सटोरिया हैं। फलोदी में सट्टा खेला नहीं जाता, बल्कि यहां किसी भी मुद्दे पर सटोरिये अनुमान के आधार पर उसका भविष्य बताते हैं। इन दिनों लोकसभा चुनाव को लेकर Phalodi Satta Bazar की चर्चा बनी हुई है। हम आपको बताएंगे कि Phalodi Satta Bazar के मुताबिक अजमेर सीट पर कौनसा नेता जीत रहा है।
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फलोदी सट्टा बाजार का अजमेर सीट पर बड़ा दावा
(Phalodi Satta Bazar Ajmer Seat Loksabha 2024)
अजमेर लोकसभा क्षेत्र से इस बार 14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। कुल 19 लाख 95 हजार 699 मतदाता हैं। इनमें से 10 लाख 14 हजार 988 पुरूष, 9 लाख 80 हजार 684 महिला तथा 27 तृतीय लिंग मतदाता है। 8 विधानसभा इलाकों में कुल 1970 मतदान केंद्रों पर पोलिंग होगी। बीजेपी के भागीरथ चौधरी (Bhagirath Choudhary Ajmer BJP) अजमेर से दो बार सांसद रह चुके हैं। पार्टी ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में उन्हें किशनगढ़ से विधानसभा का चुनाव लड़ाया था। वही डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी (Ramchandra Choudhary Ajmer Dairy Chairman) के नाम पर कांग्रेस ने भी बड़ा दाव खेला है। Phalodi Satta Bazar ने दावा किया है कि पशुपालकों के ज्यादातर वोट इस बार कांग्रेस के खाते में जा सकते हैं। क्योंकि डेयरी अध्यक्ष की ग्रामीण अंचल में अच्छी छवि है। वही बीजेपी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है।
दूसरे चरण में वोटिंग कहां होगी ?
राजस्थान में दूसरे चरण में अजमेर, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा,पाली, जोधपुर, बाड़मेर-जैसलमेर, जालौर-सीकर, टोंक सवाई माधोपुर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और झालावाड़-बारां सीट पर मतदान है। इन सभी 13 सीटों में दो ऐसी सीट है जिस पर त्रिकोणीय टक्कर देखने को मिल रही है। फलोदी सट्टा बाजार का दावा है कि अजमेर (Phalodi Satta Bazar Ajmer Seat Loksabha 2024) सीट पर इस बार बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।
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अजमेर लोकसभा सीट पर किसका प्रभाव है?
सम्राट पृथ्वी राज चौहान की कर्मभूमि रह चुका अजमेर शहर राजस्थान की राजनीति में अहम स्थान रखता है। अंग्रेजों के जमाने से ही अजमेर सियासी गलियारों की सुगबुगाहट का केंद्र रहा है। दरगाह तथा पुष्कर के लिए प्रसिद्ध पवित्र नगरी अजमेर (Ajmer Seat Loksabha 2024) को अपना स्थायी राजनीतिक किला बनाकर रखना कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए ही अब तक महज एक सपना ही रहा है। अब देखना होगा कि अंडे की टोकरी कहे जाने वाले राजपूताना के दिल में कौनसे चौधरी साहब को जगह मिलती है। फिलहाल तो फलोदी सट्टा बाजार में अजमेर का भाव काफी तेज है।
अजमेर के जातिगत समीकरण
अजमेर सीट (Ajmer Seat Loksabha 2024) पर जाट समाज की आबादी 16 से 17 फीसदी है, जो कि एकमुश्त वोटिंग करते हैं। यही कारण है कि इस बार कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही जाट प्रत्याशी को यहां से उतारते हुए वोटों का बंटवारा कर दिया है। अजमेर में एससी/एसटी की आबादी लगभग 23 फीसदी है। इसी तरह करीब 13 फीसदी मुस्लिम आबादी है, जिसमें से 9 प्रतिशत वोटर्स हैं। साथ ही, राजपूत और वैश्य भी प्रत्याशी की हार-जीत में बड़ा असर रखते हैं। अजमेर में 12 फीसदी गुज्जर, करीब 21 फीसदी जैन, 6.40 फीसदी राजपूत और 10 फीसदी रावत मतदाता भी है। कुल मिलाकर ग्रामीण ही इस बार जिले के असली चौधरी साहब का फैसला करेंगे।