लेटेस्ट न्यूज से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल से जुड़ें।
जयपुर। प्रदेश के मेवात क्षेत्र में साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए चलाए गए “ऑपरेशन एंटीवायरस” में राजस्थान पुलिस ने भारत सरकार और दूरसंचार विभाग के सहयोग से बड़ी कार्रवाई की है। इस अभियान के दौरान 2.36 लाख संदिग्ध सिम कार्ड और 2.29 लाख आईएमईआई नंबर ब्लॉक किए गए हैं। वहीं राज्य में जुलाई-अगस्त 2024 में गुमशुदा मोबाइल की तलाशी के लिए संचालित विशेष अभियान में 5000 से ज्यादा चोरी व गुम हुए मोबाइल ट्रेस कर धारकों को लौटाए गए है।
यह भी पढ़ें : Teja ji : वीर तेजाजी ने सांप को दिया वचन निभाया, जानिए उनकी ये 10 मजेदार बातें
महानिदेशक पुलिस (डीजीपी) साइबर अपराध और एससीआरबी, हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराध को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए राजस्थान पुलिस ने मेवात क्षेत्र में ‘ऑपरेशन एंटीवायरस’ के तहत साइबर अपराधियों की डेटाबेस के आधार पर उनकी पहचान कर प्रभावी कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि इसके परिणाम स्वरुप मेवात क्षेत्र में साइबर क्राइम में भारी कमी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि आज से करीब 5-6 महीने देश के साइबर क्राइम का 18% मेवात क्षेत्र में हो रहा था वह अब घटकर मात्र 5% तक रह गया हैं। डीजीपी (साइबर अपराध) प्रियदर्शी ने बताया कि मेवात क्षेत्र में आपरेशन एंटी वायरस में प्रभावी कार्रवाई करते हुए ना सिर्फ अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, उनके विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इस वजह से अधिकांश आरोपियों की न्यायालय से जमानत नहीं हुई है।
हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि मोबाईल चोरी या खोने के बारे में आमजन द्वारा दर्ज शिकायतों के सम्बंध में सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को अभियान चलाने के निर्देश दिए गए थे। पिछले दो महीनों में प्रदेशभर में 5000 से अधिक गुमशुदा मोबाईल ट्रेस करने में सफलता मिली है, अधिकांश मोबाइल जिला पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से उनके धारकों को वापस सम्भलाए गए है, शेष मोबाइल भी लौटने की कार्रवाई जारी है। डीजी साइबर क्राइम प्रियदर्शी ने बताया कि भारत सरकार के पोर्टल www.ceir.gov.in पर चोरी व गुम हुए और सन्दिग्ध मोबाइल का डाटा रहता है। जब इन मोबाइल पर कोई व्यक्ति नई सिम डालकर प्रयोग करने की कोशिश करता है तो ‘अलर्ट’ के रूप में उसकी लोकेशन नजदीकी थाने पर आ जाती है। उन्होनें आम लोगों को सलाह दी है कि मोबाईल चोरी या गुम हो जाने पर उसकी गुमशुदगी नजदीकी थाने पर दे या राजस्थान पुलिस के पोर्टल पर इसकी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराए। इस कार्रर्वाई के बाद शिकायत का विवरण भारत सरकार के इस पोर्टल पर आवश्यक रूप से दर्ज करें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जुलाई-अगस्त माह में बड़ी संख्या में गुमशुदा मोबाईल को ट्रेस करने की सफलता के बाद इस प्रक्रिया को आगे भी निरंतर जारी रखा जाएगा।
लेटेस्ट न्यूज से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल से जुड़ें।
Top 10 Rajasthan News of 19 September 2024: राजस्थान की ताजा खबरों के लिए मोर्निंग…
Top 10 Big News of 19 September 2024: देश- दुनिया की ताजा खबरों के लिए…
mukhyamantri ayushman arogya yojana : जयपुर। प्रदेश में संचालित मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना का दायरा…
BJP MP Anil Bonde on Rahul Gandhi : नई दिल्ली। राहुल गांधी के अमेरिका दौरे…
Rajasthan By-Election : राजस्थान में होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने बुधवार को बैठक…
जयपुर। Jobs In Japan : राजस्थान के युवाओं को अब देश ही नहीं बल्कि विदेश…