जयपुर- शहर में आए दिन ठगी की वारदातें बढ़ती जा रही है। बदमाशों के हौसले इतने बुलंद है कि बदमाश नए-नए तरीके निकालकर पुलिस के लिए चुनौती खड़ी कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जयपुर में सामने आया जहां बदमाश ने खुद को पुलिस वाला बताकर 20 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया हादसे की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। जहां एक व्यक्ति पुलिस का आईडी कार्ड दिखा कर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा है। यह वाक्य चांदपोल स्थित बाबा हरिशचंद्र मार्ग का है। जहां भरे बाजार में हवाला व्यापारी के पास काम करने वाले विपुल को बदमाशों ने रुकवाया और खुद को पुलिस वाला बताकर रुपए से भरा बैग ले लिया। विपुल को अपने सेट को मौके पर बुलाने की बात कही और खुद वहां से फरार हो गए।
हादसे के बाद विपुल कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। मामले की जानकारी देते हुए विपुल ने बताया कि बदमाशों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और अपना आईडी कार्ड भी दिखाया। जब उससे पैसों के बारे में पूछताछ की तो उसने कहा यह रुपए सेठ विशाल के हैं। जिसके बाद पुलिसकर्मि बनकर आए बदमाशों ने सेठ को मौके पर बुलाने की बात कहीं। में सेठ को बुलाकर जब वापस मौके पर पहुंचा तब तक वहां कोई नहीं था। जिसके बाद मुझे अंदेशा हुआ वह पुलिसकर्मी नहीं कोई बदमाश थे और मेरे साथ ठगी की वारदात हुई है।
डरा धमका कर बनाया दबाव
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए कोतवाली थाने के एसीपी नरेंद्र सिंह ने बताया इस घटना को अंजाम 3 लोगों ने मिलकर दिया है। पहले विपुल से 2 बदमाशों द्वारा पैसों के बारे में पूछा गया। उसके बाद एक व्यक्ति बाइक लेकर आया उसके बाद वहां मौजूद दोनों में से एक बदमाश मौके से निकल गया। उसके बाद बदमाशों ने विपुल को धमकाना शुरू किया और पैसों के बारे में पूछताछ की। जब पैसों के बारे में पूछताछ की तो विपुल ने पैसे सेठ के होने की बात कहीं। जिसके बाद बदमाशों ने विपुल से सेठ को बुलाने को कहां। जब विपुल अपने सेठ को बुलाने के लिए निकला तो पीछे से बदमाश रुपए लेकर फरार हो गए। यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश में जुटी है।