जयपुर: राजस्थान राज्य मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच संजीवनी घोटाले को लेकर रार जारी है। चुनावी साल में इस मुद्दे पर जमकर बयानबाजी भी हो रही है। पूरे मामले में जहां सीएम गहलोत केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा मांग रहे हैं। वहीं, मंत्री शेखावत ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में उनके खिलाफ मानहानि का केस ठोक दिया है। इस राजनैतिक रस्साकशी के बीच राजपूत समुदाय के अहम संगठन प्रताप फाउंडेशन भी इस विवाद में कूद गया है। इस फाउंडेशन की ओर से सीएम अशोक गहलोत को पत्र भेजा गया है। तीन पेज के इस पत्र में क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख नेता भगवान सिंह रोलसाहबसर का जिक्र करते हुए गहलोत के हाल में दिए गए बयान की निंदा की गई है।
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ये लिखा है पत्र में
प्रताप फाउंडेशन के वरिष्ठ सदस्य महावीर सिंह सरवादी की ओर से यह पत्र भेजा गया है। इसपत्र में सीएम अशोक गहलोत से नाराजगी जताई गई है। पत्र में लिखा है कि 'अशोक गहलोत को राज्य का मुख्यमंत्री होने के नाते भगवान सिंह साहब का नाम लेकर इस तरह के निराधार बयान देने से बचना चाहिए'। पत्र में आगे लिखा है कि ऐसे बयान गरिमापूर्ण व्यवहार का संकेत नहीं है। पत्र में कहा गया है कि माननीय भगवान सिंह राजनीति में किसी भी तरह के निजी स्वार्थ के भागीदार नहीं है। वहीं, इस पत्र में संजीवनी मामले को लेकर पत्र में शेखावत का समर्थन किया गया है। पत्र में लिखा है कि संजीवनी जैसे कई मामले पहले भी सामने आए हैं और जिसकी जांच काफी समय से चल रही है लेकिन ऐसे समाज के एक उभरते हुए नेता गजेंद्र सिंह शेखावत को निशाना बनाया जाना उचित नहीं है।
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बाड़मेर में सीएम ने ये बोला था
सीएम गहलोत ने हाल में बाड़मेर में कहा था कि मैंने भगवान सिंह रोलसाहबसर को फोन कर कहा था कि आप अपने चेले से लोगों के डूबे हुए पैसे दिलवाएं। उन्होंने कहा कि रोलसाहबसर की कुछ मजबूरियां हो सकती हैं, जिसके कारण शायद वह भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। वहीं गहलोत ने आगे कहा कि शेखावत मामले में आरोपी है। तभी गिरफ्तारी के डर से उन्होंने हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक लगवा ली है। उल्लेखनीय है कि शेखावत भी प्रताप फाउंडेशन से जुड़े हुए हैं। वहीं प्रताप फाउंडेशन भी क्षत्रिय युवक संघ का एक प्रमुख अंग है। ऐसे में इस फाउंडेशन की ओर से सीएम को लिख गए पत्र में राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
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अशोक गहलोत की सफाई
इस पूरे मामले में विवाद बढ़ता देख सीएम अशोक गहलोत ने भी अपनी सफाई दी है। सीएम गहलोत ने एक बार फिर भगवान सिंह रोलसाहबसर का जिक्र करते हुए कहा कि मैं रोलसाहबसर जी का सम्मान करता हूं और उसी के नाते उनका नाम लिया था। रोलसाहबसर गरीबों के लिए काम करते हैं, इसलिए मैंने सोचा था कि उनके कहने से संजीवनी में फंसे गरीबों का भी हित हो जाएगा। वहीं गजेंद्र सिंह शेखावत पर लगाए आरोपों पर उन्होंने कहा कि मैं अभी भी अपने बयान पर अडिग हूं, क्योंकि मैंने गरीबों का हक दिलाने के लिए बयान दिया था।