Pushkar Corridor : अजमेर का नाम पवित्र नगरी तीर्थराज पुष्कर और दरगाह शरीफ की वजह से पड़ा है। तीर्थराज पुष्कर में प्रदेश का पहला कॉरिडोर जल्द बनने जा रहा है। जी हां, महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर ही पुष्कर में भी विशाल कॉरिडोर (Pushkar Corridor) बनेगा। इसको लेकर अब युद्ध स्तर पर प्रयास तेज हो चुके हैं। गौरतलब है कि महाकाल कॉरिडोर उज्जैन में बना है। इसकी सफलता को देखते हुए अजमेर विकास प्राधिकरण ने पुष्कर में भी ऐसा ही ब्रह्मलोक कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया है। चलिए जान लेते हैं क्या है पूरा मामला।
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पुष्कर में बनेगा ब्रह्मलोक कॉरिडोर (Pushkar Brahma Lok Corridor)
अजमेर से ADA अधिकारियों का दल इन दिनों उज्जैन के महाकाल कॉरिडोर को देखने गया है। अजमेर के इन आला अधिकारियों ने महाकाल कॉरिडोर (Shri Mahakal Lok Corridor) को लेकर रिसर्च पूरा कर लिया है। तमाम दल के सदस्यों ने पुष्कर में प्रस्तावित कॉरिडोर को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां जुटा ली है। यानी जल्द ही आपको जगतपिता ब्रह्मा जी की तपोस्थली पर (Pushkar Brahma Lok Corridor) शानदार कॉरिडोर देखने को मिलेगा।
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पुष्कर में और क्या क्या है (Pushkar me best Places)
पुष्कर का नाम दुनिया के इकलौते ब्रह्मा जी के मंदिर के लिए जाना जाता है। साथ ही इसे सब तीर्थों का राजा कहा जाता है। यहां पर कई तरह के मंदिर बने हुए हैं। पुष्कर के घाटों पर भक्त जन अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण करते हैं। कहा जाता है कि जिसने पुष्कर में पिंडदान नहीं किया तो उसने कुछ भी नहीं किया। फिरंगियों का जमावड़ा भी इस धार्मिक नगरी में हर वक्त देखा जा सकता है। इतना ही नहीं पुष्कर में यहूदियों का धार्मिक स्थल खबाद हाउस (Khabad House Pushkar Israel) भी मौजूद है जिसे हर वक्त सुरक्षा के घेरे में रखा जाता है। क्योंकि इजराइल में इस समय तनाव चल रहा है।
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पुष्कर में कॉरिडोर से क्या फायदा होगा
तीर्थराज पुष्कर में कॉरिडोर (Pushkar Brahma Lok Corridor) बनने से पर्यटकों और श्रद्धालुओं को न केवल सुविधा मिलेगी, बल्कि पुष्कर आने वाले भक्तों की संख्या में भी इजाफा होगा। जिसका सीधा फायदा अजमेर प्रशासन को राजस्व के रुप में होगा। कुल मिलाकर कॉरिडोर निर्माण में केंद्र और राज्य सरकार की भागीदारी रहेगी। गौरतलब है कि अजमेर के निकट तीर्थराज पुष्कर में हर साल कार्तिक पूर्णिमा (Pushkar Mela Ajmer 2024) पर लाखों श्रद्धालु आते हैं। पुष्कर में लाखों विदेशी पर्यटक हर समय आते हैं। ऐसे में कॉरिडोर बनने के बाद इनकी संख्या में भी भारी वृद्धि होगी।