Kota River Front News: राजस्थान के कोटा (Kota, Rajasthan) में हाल ही में तैयार हुआ 'कोटा रिवर फ्रंट' (Kota River Front) एक हफ़्ते के अंदर ही दहने लगा है। गत दिनों कोटा में हुई तेज बारिश ने नवनिर्मित रिवर फ्रंट की फर्श, सीढ़ियां, रेलिंग और दीवारों पर लगी टाइल्स और पत्थर को तोड़कर रख दिया। इस रिवर फ्रंट (Kota River Front) का निर्माण 1400 करोड़ रूपये की लागत में हुआ था। इस पूरे मामले पर बीजेपी नेता (BJP Neta) राजेंद्र राठौड़ (BJP leader Rajendra Rathod) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर गहलोत सरकार (Gehlot Sarkar) को निशाने पर ले लिया है।
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राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार को बताया भ्रष्टाचारी
राजेंद्र राठौड़ ने X पर की अपनी पोस्ट में कहा कि 'कांग्रेस सरकार के राज में हर तरफ सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार हो रहा है। 1400 करोड़ रुपये की लागत से बना चंबल रिवर फ्रंट एक ही हफ्ते में नदी के प्रवाह को झेल नहीं पाया। यह रिवर फ्रंट कुछ ही दिनों में कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार (Congress Government Corruption) की भेंट चढ़ गया।' राठोड ने कहा कांग्रेस सरकार में किसी भी ऑफिस में बिना भ्रष्टाचार के कोई फाइल आगे नहीं जाती है।
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मंत्री गजेंद्र सिंह ने गहलोत सरकार को घेरा
दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) ने भी गहलोत सरकार (Gehlot Sarkar) को इसी मुद्दे पर घेरा। उन्होंने कहा रिवर फ्रंट के नाम पर हुए करोड़ों रुपए के घोटाले की पोल खुल चुकी है। चंबल की तेज लहरों और बारिश से रिवर फ्रंट में हुई टूटफूट (Kota River Front Toot-Foot) को देखकर समझ आ रहा है कि सीएम साहब उद्घाटन करने से डरे क्यों। शेखावत ने कहा चंबल रिवर फ्रंट के उद्घाटन में CM गहलोत नहीं गए। उनका अचानक से दौरा क्यों टाला गया, वो अब समझ में आ रहा है।
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कोटा बैराज के गेट खोलने से हुई दिक्क्त
गौरतलब है कि 13 सितंबर को चंबल नदी के किनारे करीब 6 किमी लंबे हैरिटेज चम्बल रिवर फ्रंट (Chambal River Front) का का लोकार्पण किया गया था। इसी दौरान गत दिनों तेज बारिश हुई और चंबल नदी में पानी की अच्छी आवक हो गई। जिसके बाद कोटा बैराज के गेट खोले गए और इससे पानी के तेज प्रवाह ने नवनिर्मित रिवर फ्रंट को प्रभावित किया। इसी दौरान रिवर फ्रंट की फर्श, सीढ़ियां, रेलिंग और दीवारों पर लगी टाइल्स और पत्थर टूट कर बिखर गए।