जयपुर। इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव रोचक होने जा रहे हैं। क्योंकि राज्य में भाजपा व कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियां भी अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर रही हैं। इनमें केजरीवाल की आप और मायावती की बहुजन समाजवादी पार्टी प्रमुख हैं। भाजपा व कांग्रेस का गणित बिगाड़ने के लिए बीएसपी इसबार राज्य के 11 जिलों की 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि राज्य में ये चुनाव बेहद रोचक होने वाला है।
बीएसपी नेताओं की बैठक
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर बसपा के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम, प्रदेश बसपा अध्यक्ष बाबा भगवान सिंह सहित कई नेताओं ने मंत्रणा की है। इस मंत्रणा में यह तय किया गया है कि बसपा भरतपुर, धौलपुर, करौली, अलवर, सवाईमाधोपुर, दौसा, झुंझुनूं, चूरू, जोधपुर, बाड़मेर, नागौर जिले की पचास सीटों पर विशेष फोकस करेगी। इन जिलों में बसपा प्रत्याशियों को अच्छे वोट मिलते आए हैं। चुनाव सभी 200 सीटों पर लड़ा जाएगा और फोकस पचास सीटों पर होगा।
इतने प्रतिशत वोट पर रखती है प्रभाव
प्रदेश अध्यक्ष बाबा भगवान सिंह ने बताया कि 2018 में बसपा को छह प्रतिशत वोट मिले थे। अब तक के इतिहास में 2008 का चुनाव बसपा के लिए सबसे ज्यादा उत्साहजनक रहा है। इन विधानसभा चुनाव में बसपा को आठ प्रतिशत वोट मिले थे। बीस सीटों पर बसपा का दबदबा रहा था।
कांग्रेस ने निपटा दी थी फाइल
बसपा के लिए साल 2008 में कांग्रेस का राज और वर्तमान कांग्रेस राज ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। दोनो ही बार बसपा के सिम्बल पर जीत कर आए विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे। मामला हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा, लेकिन सरकार को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आई और ना ही किसी विधायक की सदस्यता गई।