जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly elections) के लिए जयपुर के सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने एक बार फिर प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) को प्रत्याशी बनाया है। खाचरियावास का दावा है कि वे पिछली बार के मुकाबले इस बार रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीतेंगे। पिछली बार खाचरियावास 18 हजार से चुनाव जीते थे। इस बार चालीस हजार से जीत का दावा किया। उन्होनें कहा पांच साल जनता के बीच रहकर काम किए और फिर से उनका समर्थन मिलेगा। भाजपा (BJP) के जो प्रत्याशी थे वो तो पांच साल कहीं नजर नहीं आए। हमारा विकास का एजेंडा है। सरकार ने जो जनहित की योजनाएं चलाई हैं। उन योजनाओं का लाभ जनता को मिल रहा है। जनता कांग्रेस पार्टी के साथ है और भाजपा के झांसे में आने वाली नहीं है।
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राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly elections) के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची मे जयपुर शहर की 10 सीटों में से पांच सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा हो चुकी है। पार्टी ने जयपुर शहर के किशनपोल से अमीन कागजी, आदर्श नगर से रफीक खान और सिविल लाइंस से प्रताप सिंह खाचरियावास को उम्मीदवार बनाया है। अभी जयपुर शहर की हवामहल, बगरू, झोटवाड़ा, विद्याधर नगर और आमेर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार है। माना जा रहा है की तीसरी सूची में इन सीटों पर प्रत्याशी घोषणा हो सकती है। कांग्रेस की पहली सूची में मालवीय नगर से अर्चना शर्मा और सांगानेर से पुष्पेंद्र भारद्वाज के नाम के घोषणा हुई थी।
छात्र राजनीति से सक्रिय
प्रताप सिंह खाचरियावास छात्र राजनीति से सक्रिय है। अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत बीजेपी से की थी। खाचरियावास बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। मगर साल 2004 में पार्टी पर अपनी अवहेलना का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी। उसके बाद खाचरियावास ने कांग्रेस (Congress) का दामन थाम लिया और तब से अब तक कांग्रेस में ही बने हुए हैं। कांग्रेस ने उन्हें साल 2008 में सिविल लाइंस, जयपुर से विधानसभा का उम्मीदवार बनाया था। उनके लिए अच्छी बात यह रही कि उन्हें अपने पहले ही चुनाव में जीत दर्ज मिली।
हैट्रिक लगाने की तैयारी
खाचरियावास साल 2008 से 2013 तक सिविल लाइंस जयपुर (Civil Lines Jaipur) से विधायक के पद पर बने रहें,लेकिन साल 2013 में मोदी लहर में उन्हें हार का मुँह देखना पड़ा। उसके बाद साल 2018 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) की एक बार फिर से वापसी हुई। इसके साथ ही खाचरियावास को भी अपने राजनीति करियर में दूसरी बार विधायक बनने का अवसर मिल गया। लेकिन इससे पहले खाचरियावास साल 2015 में राजस्थान प्रदेश कमेटी के प्रवक्ता और जयपुर कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार आने पर खाचरियावास को कैबिनेट में स्थान मिला और उन्हें खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बनाया गया।