Rajasthan Government Cabinet: छतीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में सरकार बना चुकी भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बनाने की तरह ही मंत्रिमंडल विस्तार पर काम कर रही है। छतीसगढ़ और मध्यप्रदेश में पहले मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री (CM – Deputy CM) बनाये, फिर राजस्थान का नंबर आया। अब मंत्रिमंडल विस्तार का क्रम चल रहा है। छतीसगढ़ और मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल बनने के बाद राजस्थान का नंबर है।
इन राज्यों की तरह राजस्थान में भी उम्मीद जताई जा रही है कि नए विधायकों के साथ ही सांसद से विधायक बने नेताओं को मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है। मंत्रिमंडल में नए, युवा और अनुभवी नेताओं का समावेश होगा। राज्य की भाजपा सरकार का 27 को मंत्रिमंडल विस्तार संभावित बताया जा रहा है।
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मध्यप्रदेश के बाद बंधी उम्मीद
मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद राजस्थान में पहली बार जीते विधायकों में भी मंत्री बनने की उम्मीद जगी है। इसी तरह सांसद से विधायक बने नेता भी मंत्री बन सकते है। यहां चार सांसद जीते है, जिनमे एक दिया कुमारी उपमुख्यमंत्री बन चुकी है। अब किरोड़ी लाल मीणा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और बाबा बालकनाथ के भी मंत्री बनने की उम्मीद है। वजह है कि एमपी में एक सांसद को छोड़ सभी को पद मिल गए है। छह नए विधायकों को मंत्री बनाया गया है।
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भजनलाल भी पहली बार जीते
राजस्थान में भी कई वरिष्ठ विधायकों के साथ युवा और पहली बार जीतकर आये विधायक भी मंत्री बनने की उम्मीद लगाए बैठे है। मुख्यमंत्री 'भजनलाल शर्मा' भी पहली बार विधायक बने है। उन्हें सीएम बनाकर भी भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने बड़ा दांव खेला है।