Rajasthan By Election 2024: राजस्थान में जल्द ही 7 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने वाले हैं। राजस्थान में ये उपचुनाव भजनलाल सरकार के लिए बड़ा प्रतिष्ठा का सवाल हैं। राज्य में लोकसभा चुनावों के दौरान 5 विधायकों के चुनाव में जीतने से ये सीटें खाली हो गई थी। वहीं भारतीय जनता पार्टी के सलूंबर विधानसभा से विधायक अमृतलाल मीणा का निधन हो गया। जिसके बाद अलवर की रामगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक जुबैर खान का निधन हुआ और दो सीटें बढ़ गई। ऐसे में ये सीटें 5 से बढ़कर 7 सीटों पर पहुंच गई। सलूम्बर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित विधान सभा क्षेत्र है। यह उदयपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आता है।
क्या समीकरण हैं सीटों के
उपचुनावों में आने वाली इन 7 सीटों की बात करें तो राजस्थान में अब कुल सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इन सात सीटों में से 4 सीटें कांग्रेस के पास थी और एक बीजेपी के पास। वहीं एक सीट आरएलपी और एक भारतीय आदिवासी पार्टी के पास थी। फिलहाल तक इन सीटों के उपचुनावों की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है। फिर भी राज्य की दोनों बड़ी पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस अपनी तरफ से पूरी ताकत के साथ उतर रही हैं।
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कांग्रेस के घर में सेंध को तैयार बीजेपी
बीजेपी के पास पहले इन सात में से एक ही सीट थी। ऐसे में बीजेपी उपचुनावों में कांग्रेस की सीटों में सेंध की तैयारी कर रही है। संगठन स्तर पर जीत के लिए तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए राजस्थान बीजेपी की कमान को संभालने वाले मदन राठौड़ के लिए ये अग्निपरीक्षा है। जो कि दावा कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी सभी सातों सीटों पर जीत दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
ये हैं सात हॉट सीट
चौरासी विधानसभा सीट
खींवसर विधानसभा सीट
झुंझुनूं विधानसभा सीट
देवली उनियारा विधानसभा सीट
दौसा विधानसभा सीट
सलूंबर विधानसभा सीट
रामगढ़ विधानसभा सीट
Rajasthan Politics की इन सात सीटों में डूंगरपुर की चौरासी, नागौर जिले से खींवसर, टोंक से देवली-उनियारा के साथ दौसा और झुंझुनूं सीटें आती हैं। वहीं दो सीटें रामगढ़ और सलूंबर अलग हैं। अब बात करते हैं उन तीन विधानसभा सीटों की जो कांग्रेस के पास थी। इनमें देवली और उनियारा के साथ दौसा और झुंझुनूं सीट कांग्रेस के पास थी। वहीं खींवसर विधानसभा की बात करें तो वो सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पास आती है। दूसरी चौरासी विधानसभा सीट भारत आदिवासी पार्टी के पास थी। अब बचे रामगढ़ और सलूंबर विधानसभा सीटें। यहां एक पर बीजेपी और एक में कांग्रेस का वर्चस्व था। पहली भाजपा के विधायक अमृत लाल मीणा की सलूंबर और दूसरी जुबेर खान की रामगढ़ विधानसभा सीट।
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