केकड़ी। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की बयार चल रही है। चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दल अपने–अपने उम्मीदवार घोषित करने की मशक्कत करने में लगे हुए है। दावेदार पार्टी नेताओं के चक्कर लगा कर जीत का समीकरण अपने पक्ष में बता रहे है। पार्टियों के कई दिग्गज नेता ऐसे भी है जो अपने पुत्र या फिर अपनी पुत्री के लिए टिकट की मांग कर रहे है। टिकट को लेकर सभी पार्टियों में रस्साकशी चल रही है।
केकड़ी में 1957 में पहली बार लड़ा गया चुनाव
केकड़ी में 1957 में पहली बार चुनाव लड़ा गया। इस चुनाव में कांग्रेस के हरी भाऊ उपाध्याय ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद उपचुनाव करवाए गए जिसमे कांग्रेस को फिर से जीत मिली। 1957 से 2018 तक केकड़ी विधानसभा सीट पर 15 विधानसभा तथा एक बार उपचुनाव हुआ। जिसमें से 9 बार कांग्रेस को जीत मिली है वहीं इस सीट पर 4 बार भाजपा जीत का परचम लहरा चुकी है। एक बार ज.द पार्टी ने इस सीट पर जीत हासिल की है।
क्या केकड़ी की जनता फिर से देगी मौका
केकड़ी में मतदाताओं की संख्या की बात करे तो कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 54 हजार 585 है। कांग्रेस के कद्दावर नेता तथा मौजूदा विधायक रघु शर्मा को क्या केकड़ी की जनता फिर से मौका देगी या फिर केकड़ी में भाजपा कमल खिलाएगी। यह देखना काफी रोचक होने वाला है।
हारकर जीती नई बाजी
केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में एक बार हारने के बाद किसी भी नेता ने जीत हासिल नहीं की है, लेकिन रघु शर्मा हारकर फिर से वापसी करने वाले इस क्षेत्र के पहले नेता बन गए। कहते है केकड़ी की सीट जिसकी सरकार भी उसी की। केकड़ी विधानसभ के राजनीतिक इतिहास में यह बात हर चुनाव मे खरी उतरती है। रघु शर्मा ने 7 चुनाव लड़े है, जिसमें से चार चुनाव में शर्मा को हार का मुंह देखना पड़ा तो 4 चुनावों में शर्मा ने जीत का परचम लहराया है।