Rajasthan Doctors Strike: राजस्थान में रेजिडेंट्स की हड़ताल का मामला अब और गरमाता नजर आ रहा है। चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह ने 17 अक्टूबर को रेजिडेंट्स से बात कर जल्द उनकी मांगों के समाधान करने की बात कही थी। इस मामले में 18 अक्टूबर करे बैठक होनी थी जो न होने पर अब रेजिडेंट्स नाराजगी जता रहे हैं। इसी मामले में आज जार्ड अध्यक्ष डॉ मनोहर सियोल ने कहा कि 19 अक्टूबर रात 8 बजे तक यदि सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आता है तो इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दी जाएंगी। ऐसे में जयपुर के एसएमएस, जनाना, जेकेलॉन आदि के साथ राजस्थान के कई अस्पताल शामिल हैं।
जिम्मेदार सरकार
हमारी हड़ताल 8 अक्टूबर से जारी है। जिसमें आठ सूत्रीय मांगे हैं। अगर इनपर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता तो इमरजेंसी में भी रेजिडेंट्स डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे। बता दें ये स्ट्राइक पहले 18 अक्टूबर को होने वाली थी। जो 17 अक्टूबर को चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर से बात होने के बाद आगे बढ़ा दी गई थी। दो दिन बाद भी मांगों पर प्रशासनिक स्तर पर वार्ता नहीं होने से हम खुदको नजरअंदाज महसूस कर रहे हैं।
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स्ट्राइक में करीब 2400 रेजिडेंट्स
ऐसे में आज हमारी मांगों को शाम आठ बजे तक पूरा नहीं किया गया तो हम सभी कंपलीट स्ट्राइक पर जाएंगे। इसकी जिम्मेदार सरकार की होगी। क्योंकि हम लगातार मामले को हल करने का प्रयास कर रहे हैं।
फिलहाल पिछले 12 दिनों से स्ट्राइक में करीब 2400 रेजिडेंट्स भाग ले रहें है। अभी सिर्फ इलेक्टिव सर्विसेज ही बंद थी। अब रात 8 बजे से इमरजेंसी में भी काम बंद कर दिया जाएगा। जिसका असर सबसे ज्यादा प्रदेश की जनता पर पड़ेगा। फिलहाल भी जनता को अस्पतालों में पूर्ण इलाज नहीं मिलने से परेशान होना पड़ रहा है।
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