Rajasthan Election: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 25 नवंबर को होने है। 16वीं विधानसभा के लिए एक बार फिर राजस्थान में भाजपा-कांग्रेस ही मुख्य मुकाबले में है। प्रदेश में बिछे सियासी मैदान के बीच हम आपको बता रहे है राजस्थान चुनाव के इतिहास में दर्ज कुछ रिकार्ड्स के बारे में –
सबसे ज्यादा वोटों से जीत
राजस्थान चुनाव के इतिहास में अभी तक सबसे अधिक वोटों से जीतने का रिकॉर्ड 'कैलाश मेघवाल' के नाम दर्ज है।
एक वोट से हारे चुनाव
मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस नेता सीपी जोशी नाथद्वारा सीट पर 2008 में एक वोट से चुनाव हार गए थे।
34 वोटों से जीते चुनाव
2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा महज 34 वोटों से चुनाव जीते थे।
71 वोटों से मिली हार
2018 विधानसभा चुनाव में नसीराबाद विधानसभा सीट से कांग्रेस के महेंद्र सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सांवरमल जाट को 71 वोटों से हराया था।
135 वोट से मिली शिकस्त
2018 विधानसभा चुनाव में जयपुर की चौमू विधानसभा सीट से भगवान लाल सैनी ने रामलाल शर्मा को 135 वोट से शिकायत दी थी।
154 वोट से मिली हार
2018 विधानसभा चुनाव में भीलवाड़ा की आसींद सीट से 2018 में जबर सिंह ने कांग्रेस के मनीष मेवाड़ा को 154 वोट से हराया था।
दिग्गज नेताओं के नाम दर्ज उपलब्धि
- प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ 2018 में चूरू सीट से मैच 1850 वोट से चुनाव जीते थे।
- पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया 2013 में 60896 वोट से चुनाव जीती थी।
- 2018 में 54179 वोट से सचिन पायलट चुनाव जीते थे।
- 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी महावीर प्रसाद को भीलवाड़ा की शाहपुरा सीट से कैलाश चंद मेघवाल ने 74542 वोटों से हराया था।
- टोडाभीम सीट से पृथ्वीराज मीणा ने भाजपा प्रत्याशी रमेश चंद्र को 73126 वोट से पराजित किया था।
- घनश्याम तिवारी ने 2013 के विधानसभा चुनाव में संजय बाफना को 65350 वोट से हराया था।
- अलवर शहर विधानसभा सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल ने कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र शर्मा को 62,229 वोट से हराया।
- 2013 में प्रताप सिंह सिंघवी ने नेशनल पीपुल्स पार्टी के प्रत्याशी मान सिंह को 61635 वोट से हराया था।
एक हजार से भी कम वोटों से चुनाव जीता
- 2008 के चुनाव में 16 प्रत्याशी ने 1000 से भी कम वोटों से चुनाव जीता था।
- 2013 के चुनाव में केवल पांच प्रत्याशी ऐसे थे जिन्होंने 1000 से कम वोटों से जीत दर्ज की।
- 2018 के चुनाव में केवल 9 प्रत्याशी ने 1000 से कम वोटों से जीत दर्ज की।
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