Rajasthan Politics: राजस्थान में इन दिनों बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं में जुबानी जंग हर दिन देखने को मिल रही हैं। लेकिन राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ‘डिजिटल वॉर’ शुरू हो गई है। दोनों की लड़ाई तू-तू मैं-मैं पर आ गई है, और अब वे एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए देखने की बात कह रहे हैं।
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राजेंद्र राठौड़ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर डोटासरा का नाम लिए बिना लिखा, ‘युवा आज भी पूछ रहे हैं – एक ही परिवार से 4-4 RAS बनना संयोग था या प्रयोग?’.इतना भी गुमान ना कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर, शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं।
सीकर वाले नेताजी, इतना भी अहंकार ठीक नहीं है। (Rajasthan Politics) हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू है। अभी एक परीक्षा और बाकी है। युवा आज भी पूछ रहे हैं – एक ही परिवार से 4-4 आरएएस बनना संयोग था या प्रयोग ? युवाओं के सपनों के सौदागरों को माफ नहीं किया जाएगा। जवाब तो देना ही पड़ेगा।
इतना भी गुमान ना कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर,
शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं।
सीकर वाले नेताजी, इतना भी अहंकार ठीक नहीं है। हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू है। अभी एक परीक्षा और बाकी है।
युवा आज भी पूछ रहे हैं – एक ही परिवार से 4-4 आरएएस बनना संयोग था या…
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) February 1, 2024
गोविन्द सिंह डोटासरा के परिवार में एक साथ 4 लोगों का राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) में चयन हुआ था। इसके बाद बीजेपी ने इसको लेकर जांच करने की मांग उठाई थी। (Rajasthan Politics) दोनों नेताओं की ज़ुबानी जंग राजस्थान विधानसभा चुनाव से शुरु हुई थी और तब डोटासरा ने राठौड़ पर काफी ज़ुबानी हमले किये थे।
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राठौड़ की पोस्ट को शेयर करते हुए इसके जवाब में गोविन्द सिंह डोटसारा ने लिखा, गलतफहमी ना पाल, ये जनता का पर्चा है तेरे सिर्फ़ टोल, बजरी, भूमाफिया होने की चर्चा है काश. अवैध अड्डों से इतर तारानगर वाले नेताजी की जनता में भी चर्चा रहती तो जवाब सदन में मिलता. और हां. अहंकार नहीं, स्वाभिमान है! (Rajasthan Politics) हमारे यहां बच्चों को मेहनत करने और पढ़ने की शिक्षा दी जाती है, टोल, बजरी और शराब के धंधे की नहीं. अगली परीक्षा के लिए शुभकामनाएं.
गलतफहमी ना पाल, ये जनता का पर्चा है
तेरे सिर्फ़ टोल, बजरी, भूमाफिया होने की चर्चा है
काश.. अवैध अड्डों से इतर तारानगर वाले नेताजी की जनता में भी चर्चा रहती तो जवाब सदन में मिलता।
और हां.. अहंकार नहीं, स्वाभिमान है! हमारे यहां बच्चों को मेहनत करने और पढ़ने की शिक्षा दी जाती है,… https://t.co/ZLkySrIGdw
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) February 1, 2024