जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने सीकर में चुनावी फसल काटने के लिए जाजम बिछा दी है। विधानसभा चुनाव में सेंधमारी के लिए आरएलपी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की निगाहें सीकर जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में टिकी है, आरएलपी के सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने 2 दिन तक सीकर जिले की सात विधानसभा क्षेत्र में सघन दौरा कर पार्टी के लिए संभावनाएं खोजने का प्रयास किया। आरएलपी आजकल में करीब 15 उम्मीदवारों की सूची जारी करने वाली है। इसी के तहत बेनीवाल सीकर में दमदार प्रत्याशियों की तलाश में हैं। लेकिन इससे पहले उनकी नजरें टिकट कटने वाले उम्मीदवारों पर भी टिकी हैं।
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आरएलपी ने लक्ष्मणगढ़ से विजयपाल बगड़िया को उम्मीदवार बनाने के लिए हरी झंडी दिखा दी है। बगड़िया लक्ष्मणगढ़ के चुनावी महासमर में अपनी दमदार मौजूदगी दिखाने के लिए पिछले काफी समय से क्षेत्र में सक्रिय है। वे सीकर जिला परिषद के सदस्य रहने के अलावा कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। दरअसल कांग्रेस और भाजपा में टिकट न मिल पाने वाले उम्मीदवारों पर आरएलपी ने नजरें गड़ा रखी हैं। सियासी गलियारों में सुगबुगाहट है कि लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो बेनीवाल के नजदीकी लोगों ने फतेहपुर में टिकट वितरण से नाराज भाजपा के वरिष्ठ नेता मधुसूदन भिंडा से, धोद से टिकट कटने की आशंका से ग्रसित पूर्व विधायक गोवर्धन वर्मा ,दांतारामगढ़ में पूर्व विधायक दिवंगत हरीश कुमावत के बेटे व श्रीमाधोपुर में मंगल यादव, और खंडेला में एक जाट नेता से संपर्क बना रखा है।
इसके अलावा सीकर में पिछले चुनाव में बोतल के चुनाव चिन्ह पर मैदान में उतरे वाहिद चौहान, उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल और फतेहपुर में भीम सेना के अनीश तिरथिया से भी संपर्क साध रखा है। हर हाल में चुनाव लड़ने की जिद में उलझे कई राजनेताओं के टिकट कटने के बाद उनकी शरणस्थली आरपीएल होगी। ऐसे में बेनीवाल को भी अपनी पार्टी के लिए गंम्भीर प्रत्याशी आसानी से मिलेंगे। बहरहाल कांग्रेस-बीजेपी में टिकट पाने की चल रही चूहा- बिल्ली दौड़ के बीच दूसरे छोटे दल 'कटी पतंग' का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।