- मानसून दे गया बिजली का झटका
- गहराया बिजली का संकट
- बिजली पर इमरजेंसी
जयपुर। राजस्थान में बिजली संकट गहराने लगा है। मानसून का चक्र थमने के बाद बिजली का सिस्टम गड़बड़ा रहा है। बढ़ते बिजली संकट के कारण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गंभीर नजर आ रहे है। सीएम अशोक गहलोत बढ़ते बिजली संकट को लेकर लगातार ऊर्जा विभाग के साथ बैठक कर रहे है। प्रदेश में मानसून की मनमर्जियों के बीच बिजली का संकट गहराता जा रहा है। बिजली उत्पादन तथा आपूर्ति के बीच में अंतर आने के कारण यह हालात पैदा हुए है। इसके साथ ही एनर्जी एक्सचेंज भी खपत के अनुरूप बिजली नहीं दे पा रहे है।
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किसानों व आमजन को नहीं होगी परेशानी
सूस्त मानसून के कारण उद्योगों में बिजली कटौती की जाएगी। किसानों तथा आमजन को फिलहाल बिजली की सप्लाई की जाएगी। अगस्त माह मे बारिश की बेरूखी देखने को मिल रही है। बारिश की कमी के कारण बिजली की डिमांड बढ़ गई है। सरकार बिजली खरीदने को तैयार है लेकिन बिजली एक्सचेंज में बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ट्रांसफार्मर ट्रिपिंग की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है।
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इस साल बढ़ी बिजली की डिमांड
पिछले साल के मुकाबले इस साल बिजली की डिमांड बढ़ी है। इस साल 900 यूनिट यूनिट तक बिजली की डिमांड बढ़ी है। बिजली में कमी आने के कारण ऊर्जा विकास निगम को बिजली उधार मांगकर इस मुसीबत से बाहर निकलना पड़ रहा है। राजस्थान को बिजली देने के लिए उत्तर प्रदेश तैयारी तो हो गया है, लेकिन उत्तरप्रदेश ने अपनी शर्तों में उलझा दिया है। उत्तरप्रदेश की और से राहत के दौरान बिजली वापसी की मांग भी की जा रही है। प्रदेश में बिजली कम होने के कारण ऊर्जा विकास निगम की और से अलग–अलग राज्यों से बिजली मांगी जा रही है।