Rajasthan Vidhansabha Session 1 August 2024 : राजस्थान की 16वीं विधानसभा का दूसरे सत्र में आज 1 अगस्त गुरूवार को सदन के सदस्यों द्वारा कई विषयों को उठाया जाएगा। सदन की शुरुआत सुबह 11 बजे से होगी। एक नजर उन महत्वपूर्ण विषयों पर जिन्हें आज सदन में उठाये जाने की संभावना है।
देवस्थान विभाग की जमीनों पर अतिक्रमण
(lands of Devasthan Department Rajasthan)
राजस्थान विधान सभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम-131 के अन्तर्गत कल्पना देवी (सदस्य, विधान सभा) प्रदेश में देवस्थान विभाग की जमीनों को अतिक्रमण से मुक्त कराये जाने के संबंध में देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत (Joraram Kumawat) का ध्यान आकर्षित करेंगी।
नोहर विधायक भी उठाएंगे स्थानीय मुदा
सदन के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम-131 के अन्तर्गत अमित चाचाण (सदस्य, विधान सभा) विधान सभा क्षेत्र नोहर में रोही मौजा चक राजासर, तहसील नोहर के खसरा नं. 66, 67/1 की खातेदारी निरस्त कर आबादी भूमि में परिवर्तित करने के संबंध में राजस्व मंत्री का ध्यान आकर्षित करेंगे।
बरसाती पानी की निकासी का मुद्दा
(Rain Water Drainage issue Rajasthan)
राजस्थान विधान सभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम-131 के अन्तर्गत डॉ. प्रियंका चौधरी (सदस्य, विधान सभा) बाड़मेर जिला मुख्यालय में बरसाती पानी की निकासी हेतु वाटर ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत कराने के संबंध में स्वायत्त शासन राज्य मंत्री का ध्यान आकर्षित करेंगी।
इन याचिकाओं का होगा उपस्थापन
(Petitions will be presented)
अर्जुन लाल –
– विधान सभा क्षेत्र बिलाड़ा में सहायक वाणिज्य कर अधिकारी (A.C.T.O.) कार्यालय की स्थापना करवाये जाने के संबंध में।
– विधान सभा क्षेत्र बिलाड़ा में कृषि महाविद्यालय की स्थापना करवाये जाने के संबंध में।
विनोद कुमार रावतसर-
पीलीबंगा रेलवे फाटक पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने के संबंध में एक याचिका का उपस्थापन करेंगे।
डॉ. प्रियंका चौधरी –
राजस्व ग्राम असाड़ा की बेरी ग्राम पंचायत जसाई ब्लाक बाड़मेर में उप स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत करने के संबंध में।
इन विधेयकों पर किया जाएगा विचार
(bills will be considered Rajasthan)
– राजस्थान भू-जल (संरक्षण और प्रबंध) प्राधिकरण विधेयक, 2024
राजस्थान में भू-जल संसाधनों का संरक्षण और प्रबंध करने, इनका विनियमन करने, प्रबंध के माध्यम से भू-जल संसाधनों का उचित, साम्यापूर्ण और वहनीय उपयोग सुनिश्चित करने, भू-जल निकासी के उपयोग के लिए दरें नियत करने के लिए, राजस्थान भू-जल (संरक्षण और प्रबंध) प्राधिकरण की स्थापना करने और उससे संसक्त या आनुषंगिक मामलों के लिए विधेयक प्रस्तुत किया जाएगा। संशोधन प्रस्ताव यदि कोई होंगे तो वो भी सदन में प्रस्तुत किये जाएंगे।
पेयजल की स्थिति पर होगा विचार
(Considered Situation Drinking Water)
राजस्थान विधानभा में आज 1 अगस्त गुरूवार को प्रदेशभर में पेयजल की स्तिथि पर विचार किया जाएगा।