पृथ्वीराज चैहान, विक्रमादित्य, महाराणा प्रताप और राजा मानसिंह से अपनी पहचान रखने वाला राजस्थान जनसंख्या की दृष्टि से सातवां सबसे बड़ा राज्य है। जिसका हर वर्ष 30 मार्च को स्थापना दिवस मनाया जाता है। इतिहास की बात करें तो राजस्थान ने अपना अस्तित्व भारतीय संघ से विलय के समय 30 मार्च 1949 में खोजा था। देश के उत्तर पूर्व में स्थित यह राज्य अपनी रियासतों और राजाओं के कारण जाना जाता है। ब्रिटिश राज के दौरान ही राजस्थान को राजपूताना का नाम दिया गया था। राजस्थान देश की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी है। जिसका सबसे बड़ा शहर होने के साथ ही जयपुर राजधानी भी है। इसके अन्य भी कई प्रमुख शहर हैं। जिनमें अजमेर, कोटा, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर आदि भी हैं।
ये है इतिहास
राजस्थान की सीमा पांच राज्यों से लगती है। जिसमें पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा और उत्तरप्रदेश शामिल है। यह अपनी सभ्यता और अपने महलों, मंदिरों के कारण जाना जाता है। यह राजपूताना से मिलकर बनाया गया है। प्राचीन इतिहास के अनुसार यहां के कुछ हिस्से सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा थे।
इनमें कालीबंगन भी आता है जो कि सिंधु घाटी सभ्यता की एक खास प्रांतीय राजधानी थी। यहां 700 ईसवीं के समय बड़ी संख्या में राजपूत वंश का शासक था। इससे पहले यह मौर्य साम्राज्य के हिस्से में आता था। अकबर के साम्राज्य के समय राजस्थान राजनीतिक रूप से पहली बार एकजुट हुआ था। जिसकी रियासतें 15 अगस्त 1947 को भारत के उपनिवेश में मिलाया गया।