जयपुर। कहा जाता है राजनीति में ना कोई स्थायी दोस्त होता हैं ओर ना ही कोई स्थायी दुश्मन होता हैं। हालांकी इन सियासत के गलियारों में खिचतान चलती रहती हैं। और जुबानी जंग भी। भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ही पार्टी के नेता एक दुसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने से पीछे नहीं रहते। राजस्थान विधानसभा के सत्र का आगाज हो चुका हैं। इस आगाज पर दो दिग्गज नेताओं को राजस्थान की सियासत की सामान्य शिष्टाचार की परंपरा को निभाते हुए देखा गया। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और सचिन पायलट दोनों के बीच सदन में संवाद हुआ। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच संवाद सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया हैं।
वैसे तो राजस्थान की पहचान ही शिष्टाचार से हैं। यहा भले ही विचारों में मतभेद हो सकता हैं, लेकिन दिलों में नहीं। भले ही नेताओं की आपसी खिंचतान कितनी भी क्यों ना हो पर एक दूसरे के साथ मिलते समय शिष्टाचार की परंपरा निभाना नहीं भूलते हैं। शिष्टाचार की परंपरा निभाने का एक वाक्या विधानसभा सत्र के दौरान देखने को मिला। जहां वसुंधरा राजे और सचिन पायलट का जब आमना सामना हुआ तो दोनों ने एक दूसरे से मुस्कुराते हुए मुलाकात की और एक दूसरे से बातचीत भी की।
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक दुसरे पर कई आरोप भी लगाए हैं। उसके बाद जब दोनों सदन में एक दुसरे के सामने आए तो दोनों ने एक दुसरे से मुस्कुराते हुए मुलाकात की दोनों की यह मुलाकात सियासत के गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई हैं।