- 16 वर्ष पहले रामनिवास बाग में लगी मानसिंह की प्रतिमा से तलवार चोरी होने का अब तक नही लगा पता
- चौराहे और गार्डन चोरों के निशाने पर, बीस वर्ष में किसी बड़ी चोरी का नहीं लगा सुराग
- रामबाग सर्किल से तीन बार मूर्तियां चोरी, हर बार पुलिस खाली हाथ
- सुरक्षा पर हर महीने लाखों रुपए खर्च, फिर भी नही थम रही चोरी
Jaipur News: शहर के पर्यटन स्थलों पर आकर्षण के लिए लगवाए गए स्टेच्यू से आए दिन चोरी होने के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन इनकी देखभाल के लिए जिम्मेदार घटना से अनजान बन रहे हैं। ऐसे मामलों में पुलिस भी चोरी का मामला दर्ज कर, उस पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति ही कर रही है। कुछ समय पहले ही बने मानसरोवर के सिटी पार्क में लगी मूर्ति से छतरी चोरी हो गई। ऐसे ही पुराने मामलों की पड़ताल की तो सामने आया कि इस तरह के हर बड़े मामले में पुलिस अब तक खाली हाथ ही है। 16़ वर्ष पहले रामनिवास बाग स्थित अल्बर्ट हॉल के सामने मानसिंह द्वितीय की प्रतिमा स्थापित की गई थी।
स्थापना के कुछ बाद ही मानसिंह की प्रतिमा पर लगी तलवार चोरी हो गई। जिसकी लालकोठी थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई थी। लेकिन अभी तक चोरों का कोई सूराग नही लगा। गत 23 अक्टूबर को रामबाग सर्किल पर लगी अष्टधातु की 6 मूर्तियां चोरी हुई थी। इसका ज्योति नगर थाने में मामला दर्ज किया गया था। इससे पहले भी यहां मूर्ति चोरी हो चुकी है।
सुरक्षा पर लाखों रुपए खर्च, फिर भी हो रही चोरी
जयपुर विकास प्राधिकरण जेडिए (जेडीए) ने शहर में लगवाए स्टेच्यू की सुरक्षा के लिए निजी गार्ड लगवाए हुए हैं। हर महीने सर्वजनिक संपत्तियों की सुरक्षा पर करीब 20 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन फिर भी चोर वारदात को अंजाम देने में कामयाब हो जाते हैं।
सार्वजनिक संपत्ति खराब करने पर कार्रवाई, चोरी पर कुछ नहीं
शहर के थानों में केवल सार्वजनिक संपत्तियां खराब करने के मामलों में पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। लेकिन बीते बीस वर्षों में सार्वजनिक संपत्ति चोरी होने के प्रकरणों में पुलिस कोई कार्रवाई नही कर सकी। अभी तक एक भी वारदात का खुलासा नही हुआ। वहीं कुछ घटनाओं की रिपोर्ट ही दर्ज नही करवाई गई।
साल दर साल चोरियों की गुत्थी, अब तक अनसुलझी
- वर्ष 2003 : अल्बर्ट हॉल से चोरी हुआ शाही गलीचा
- 2006 : एमडी रोड से लोहे की बेरी चारी
- 2007 : मानसिंह द्धतीय की प्रतिमा से तलवार चोरी
- 2012 : रामबाग सर्किल से मूर्ति चोरी
- 2014 : रामबाग सर्किल से मूर्ति चोरी
- 2022 : रामबाग सर्किल से मूर्ति चोरी
- 2023 : सिटी पार्क में लगी प्रतिमा से छतरी चोरी
सुरक्षा पर कहां कितना खर्च
- – रामनिवास बाग : 30 सुरक्षा गार्ड हैं, सुरक्षा पर प्रतिमाह 3 लाख रुपए खर्च
- – रामबाग सर्किल : 2 सुरक्षा गार्ड, सालाना 5 लाख रुपए खर्च
- – सिटी पार्क, मानसरोवर : 50 सुरक्षा गार्ड, हर महीने सुरक्षा पर 7 लाख रुपए खर्च
- – सेंट्रल पार्क : 20 सुरक्षा गार्ड, हर महीने 2 लाख रुपए खर्च
रिपोर्टर : रोहित सैनी