पुष्कर। आषाढ़ मास की पवित्र पितृ शनि अमावस्या के उपलक्ष्य में आज हजारो श्रद्धालुओं ने पुष्कर सरोवर में धार्मिक स्नान कर अपने दिवंगत पूर्वजों की आत्मशांति के लिए पिंडदान व तर्पण किया। ज्योतिषाचार्य पं. कैलाशनाथ दाधीच ने बताया कि शनिवार की सुबह 9.12 बजे अमावस्या तिथि शुरू होने पर पितृ अमावस्या इसी दिन मानी गयी। शनि अमावस्य के मौके पर बाजारों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने पुष्कर सरोवर में स्नान कर ब्रह्माजी के दर्शन भी किए।
पं. कैलाशनाथ दाधीच ने बताया कि इसी दिन पुष्कर तीर्थ में स्नान करने व अपने दिवंगत पूर्वजों की आत्मशांति के लिए धूप, तर्पण व पिंडदान किया जाना श्रेष्ठ माना गया है। ज्योतिषाचार्य पं. कैलाशनाथ दाधीच ने बताया कि अमावस्या तिथि रविवार की सुबह 10.07 बजे तक रहेगी इसके बाद प्रतिपदा तिथि प्रारंभ होगी।
पंडित फूलचंद पाराशर ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके सानिध्य में छतरपुर से आये हुए श्रदालुओ को पितृ शांति के लिये वैदिक मंत्रोच्चार के साथ धार्मिक अनुष्ठान कराया गया और सभी मनोकामना पूरी होने का आशीर्वाद दिया गया। छतरपुर से आये श्रदालू नीरज चौरसिया ने बताया कि उनके साथ कई लोगो ने पितृ शांति के लिये धार्मिक अनुष्ठान किया ।
तीर्थ गुरू कृपा महाआरती आज
आषाढ़ मास की पवित्र पितृ अमावस्या के मौके पर सरोवर किनारे गणगौर घाट पर शनिवार की शाम 7 बजे पुष्कर सरोवर की तीर्थ गुरू कृपा महाआरती का आयोजन किया जायेगा। इस अवसर पर महाआरती ज्योतिषाचार्य पं. कैलाशनाथ दाधीच के आचार्यत्व में तीर्थ पुरोहित पं. राहुल पाराशर द्वारा की जायेगी। महाआरती के दौरान सैकड़ो श्रध्दालू द्वारा भाग लिया जाएगा।