राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट शनिवार को बाड़मेर में एक दिवसीय दौरे के लिए पहुंचे। वहां पायलट ने वीरेंद्र धाम हॉस्टल का लोकार्पण किया और प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान पायलट के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के 4 मंत्री और 12 विधायक भी मौजूद रहे। इस बात से सियासी गहमागहमी शुरु हो गई है। राजनीतिक विश्लेषक पायलट के साथ मंत्रियों के इस जमावड़े को शक्ति प्रदर्शन का नाम दे रहे है।
गहलोत के गढ़ में पायलट का शक्ति प्रदर्शन
बाड़मेर-जैसलमेर सीएम अशोक गहलोत का किला माना जाता है जहां से वो अपनी राजनीति की लड़ाई लड़ते है। गहलोत के गढ़ में पायलट ने चुनावों से पहले अपना शक्ति प्रदर्शन कर गहलोत को चिंता में डाल दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि पायलट सीएम गहलोत के किले को भेदने की कोशिश कर रहे हैं।
ये मंत्री और विधायक रहे मौजूद
शनिवार को बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में हुए इस कार्यक्रम में गहलोत के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा, बृजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीना और हेमाराम चौधरी मंच पर पायलट के साथ दिखे। इनके अलावा विधायक हरीश मीना, जीआर खटाना, सुरेश मोदी, मुकेश भाकर, इंद्राज गुर्जर, वेदप्रकाश सोलंकी, रामनिवास गावड़िया, रामखिलाड़ी बैरवा, गिर्राज सिंह मलिंगा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, हरीश चौधरी और राकेश पारीक मौजूद रहे।
भाई की याद में बनाया वीरेंद्र धाम
केबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी की बेटी सुनीता ने अपने भाई वीरेंद्र चौधरी की याद में बाड़मेर जिला मुख्यालय पर 3 बीघा जमीन पर गरीब और असहाय बच्चों के लिए हॉस्टल का निर्माण कराया है। इसका नाम वीरेंद्र के नाम पर ही वीरेंद्र धाम रखा गया है। वीरेंद्र का 2015 में कैंसर के कारण देहांत हो गया था। सुनीता ने अपने पिता द्वारा 3 बीघा जमीन वीरेंद्र मेमोरियल ट्रस्ट के नाम करने पर भाई की याद में गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए हॉस्टल बनाया।