Sachin Pilot On Paper Leak Case: जयपुर। राजस्थान ही नहीं पेपर लीक का मामला पूरे देश में गरमाया हुआ है। कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने इसे बेहद ही सीरियस मुद्दा बताते हुए चिंता जाहिर की है। पायलट ने कहा कि युवा दिन रात मेहनत करके प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारियां करते हैं और परीक्षा के बाद पेपर लीक का मामला सामने आता है और परीक्षा रद्द हो जाती है। दिन-रात मेहनत करने युवाओं के सपने चूरचूर हो जाते हैं। यहां कि उनके माता-पिता की उम्मीदें भी टूट जाती है और उनका विश्वास उठ जाता है।
जिम्मेदार लोग भ्रष्टाचार में लिफ्त
पायलट ने कहा के संवैधानिक निकायों की विश्वसनीयता को ऐसे कमजोर होते देखना निराशजनक है। ऐसी संस्थाओं में बैठे लोग परीक्षाओं का संचालन और चयन के जिम्मेदार होते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जा रहे हैं। यह राजस्थान के लिए गौर विडम्बना की बात है।
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दोषियों को जेल में डालो
पायलट ने कहा कि पेपर लीक मामले में लिप्त पाए जाने वालों को जेल में डालना सरकार की जिम्मेदारी है। युवा रात रातभर पढ़कर प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारियां करते हैं और उच्च पदों पर बैठे ये लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और पेपर लीक कर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द होती है युवाओं के सपने चकनाकूर हो जाते हैँ। अब ऐसी परीक्षाओं के बच्चों के पेरेंट्स का भी विश्वास उठता जा रहा है।
It’s disheartening to see the credibility of the constitutional bodies responsible for organizing competitive examinations getting severely eroded.
Those responsible for ensuring the conduct of such examinations and selection of the candidates are involved in rampant corruption.… pic.twitter.com/4MJLtxuDag
— Sachin Pilot (@SachinPilot) September 4, 2024
RPSC जैसी विश्वसनीय संस्था पर सवालिया निशान
पायलट ने कहा कि बार-बार पेपर लीक होने पर राज्य सरकार की सबसे विश्वसनीय मानी जाने वाली संस्था राज्य लोक सेवा आयोग (RPSC) की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं। पायलट ने RPSC के पूर्नगठन की मांग करते हुए कहा कि साल 2023 में ईडी ने सैकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में RPSC के सदस्य बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार किया था और अब SOG ने सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राईका को गिरफ्तार किया है। ईडी और SOG द्वारा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों से आरपीएससी जैसी संवैधानिक संस्था की विश्वसनीयता पर सवालनिया निशान लग गया है। मैं आपीएससी की कार्यप्रणाली और चयन प्रक्रिया को लेकर अपना पक्ष रखता आया हूं और उन बातों की अब पुष्टी भी हो रही है।
पायलट ने कहा कि रीट, सेकंड ग्रेड टीचर, सब इंस्पेक्टर, जूनियर इंजीनियर और वन रक्षक जैसी परीक्षाओं के पेपर लीक होने से प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं के सपनों पर कुठाराघात हुआ है और उनके माता-पिता, परिवारजनों में निराशा व्याप्त हो गई है। युवाओं को अपना भविष्य अंधकार में लग रहा और वह पूरी तरह से टूट चुके हैं।
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युवाओं के सपने चकनाचूर
पायलट ने कहा प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने से लाखों युवाओं के सपना चकनाचूर हो गए हैं। युवा दिन रात तैयारी करके नौकरी पाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके माता जैसे-तैसे अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए पैसे खर्च कर रहे हैं, लेकिन आए दिन हो रहे पेपर लीक से उन सबका टूटता जा रहा है और विश्वसनीय संस्थाओं पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
विश्वसनीयता कायम रखना सरकार का दायित्व
पायलट ने कहा कि सरकार ने बजट सत्र में 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था जिनमे से एक लाख सरकारी नौकरियां मार्च, 2025 तक दी जाएंगी। ऐसे में इन सरकारी नौकरियों के लिए होने वाली भर्ती परीक्षाओं और इसकी चयन प्रणाली में पूरी पारदर्शिता होने के साथ ही परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं माता-पिता में परीक्षा लेने वाली संस्था के प्रति विश्वनीयता कायम रखना सरकार का दायित्व है।