जयपुर। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी अगली रणनीती में जुट गए है। इसको लेकर सचिन पायलट ने मंथन भी शुरू कर दिया है। सचिन पायलट अब अगली रणनीति के लिए अपनी कमजोरी को अपनी सबसे बड़ी ताकत बनाना चाहतें है। अब ऐसे में सचिन पायलट के लिए काम कर रही प्रशांत किशोर की कंपनी आईपैक पूरा खाका तैयार कर रही है।
सचिन पायलट ने अपनी हक की लड़ाई के लिए हमेशा से ही अपनी अवाज को बुलंद किया है। पायलट विरोध जताने में कभी भी पीछे नहीं रहे है। पायलट के साथ इस शक्ति प्रर्दशन में कुछ ही विधायक साथ में खड़े हुए नजर आते हैं। यही कारण हैं की पायलट शक्ति प्रदर्शन में हमेश पिछड़े हुए नजर आए। यही कारण है की अब पायलट एक नई रणनीति तैयार कर रहे हैं। इस बार पायलट अपने प्रभावशाली ईलाकों में अपने कदम बढ़ा रहे हैं।
पायलट इन सीटों पर रखते है दबदबा
जयपुर, अजमेर, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, झालावाड़, टोंक, बूंदी, अलवर, दौसा, भरतपुर, करौली सहित ऐसी 40 सिटें है जहां पायलट का दबदबा है। पायलट की गुर्जर समाज में अच्छी पकड़ है। अब ऐसे में पायलट इन क्षेत्रों में अपना प्रभाव और मजबूत करेंगे।
पायलट की नजर अब राजस्थान की 80 सीटों पर है इसके लिए पायलट ने खाका भी तैयार कर लिया है। इन सिटों पर पायलट अपना दाव भी खेल सकते है। पायलट ने इन सीटों को कवर करने के लिए रैली, सभा और पैदल मार्च करने का भी निर्णय लिया है। पयलट सर्मथक सीटों में ज्यादातर सीटें गुर्जर बाहुल्य की है। सचिन पायलट की युवाओं में अच्छी पकड़ है, अब ऐसे में पायलट युवाओं को साधने का पुरा प्रयास करेंगे।