Sariska Tiger ST-2303 Attack : अलवर जिले के सरिस्का टाइगर रिजर्व का (Tiger ST-2303) हाल ही में मुंडावर के पास के गांवों में पहुंच गया जिस कारण इलाके में हड़कंप मचने के साथ ही डर का माहौल बन गया। इस बाघ ने 5 लोगों पर हमला भी कर दिया। इस घटना के बाद दरबारपुर गांव के स्कूलों में छुट्टी करने के साथ ही ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई। हालांकि, वन विभाग की टीम इस खुले घूम रहे बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की कोशिश कर रही है। आपको बता दें कि इसी Tiger ST-2303 बाघ 7 महीने पहले कोटकासिम क्षेत्र में एक किसान और 2 वनकर्मियों पर हमला कर दिया था।
वन मंत्री संजय शर्मा घायलों से मिलने के लिए अलवर के राजीव गांधी अस्पताल पहुंचे और बाघ को जल्द ही ट्रेंकुलाइज करके सुरक्षित स्थान पर भेजने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा जयपुर और अलवर की टीम मिलकर बाघ को पकड़ने का प्रयास कर रही है।
आपको बता दें कि Tiger ST-2303 बाघ 7 महीने पहले भी रेवाड़ी और कोटकासिम क्षेत्र में हमले कर चुका है। इस दौरान 2 वनकर्मी और 1 किसान घायल हुए थे। इस बाघ को लेकर ग्रामीणों के बीच भय का माहौल बना हुआ है। हालांकि, वन विभाग की टीम इस समस्या के समाधान के लिए जुटी हुई है।
यह भी पढ़ें : बीसलपुर बांध के कभी भी खुल सकते हैं गेट, भारी बारिश के बीच राजस्थान के प्रमुख 19 बांधों का ये है हाल
घटना के अनुसार बासनी गांव के निवासी विकास कुमार सुबह 5 बजे के आसपास ट्रेन से आए थे जिन्होंने अपने भाई को बाइक से स्टेशन लेने के लिए बुलाया था। हालांकि, इंतजार करते हुए वो पैदल ही सड़क पर चल पड़े इसके बाद अचानक अहीरभगोला गांव के पास बाघ ने उन पर हमला कर दिया। परंतु, सामने से आ रही भाई की बाइक की लाइट की रोशनी देख बाघ भाग गया। बाघ के हमले में विकास की एक बांह और पीठ पर घाव हो गए। बाघ इसके बाद दरबारपुर गांव की ओर चला गया जहां उसने सतीश (45) पुत्र जगदीश, बीनू (30) पुत्र धर्मपाल, और महेंद्र (33) पुत्र रामकिशन पर भी हमला करके उन्हें घायल कर दिया। इनमें से सतीश की हालत सबसे गंभीर है, उसकी छाती और हाथ के नीचे घाव आए हैं। वहीं, महेंद्र और बीनू को भी चोटें आई हैं, और उन्हें मुंडावर से अलवर रेफर किया गया है।
सरिस्का के डीएफओ राजेंद्र गुड्डा के मुताबिक टीम लगातार उस बाघ की मॉनीटरिंग कर रही है जिसके मुताबिक सुबह के समय यह बाघ के मुंडावर पहुंचा था और उसें बेहोश करने की कोशिश की जा रही है। बताया गया है कि दरअसल, यह बाघ सरिस्का में अपनी टेरिटरी नहीं बना पाने के कारण बार बार जंगल से बाहर आ रहा है। लेकिन अब इसें फिर से बेहोश करके सरिस्का के जंगल में ही छोड़ा जाएगा।
लेटेस्ट न्यूज से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल से जुड़ें।
टोंक। विगत तीन वर्षों से अपने शैक्षणिक नवाचारों से चर्चित राहोली के पीएमश्री राजकीय उच्च…
जयपुर। हाल ही में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के द्वारा दिए गए विवादित…
जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ऋषि गालव भाग द्वारा 30 मार्च, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नववर्ष पर…
जयपुर। राष्ट्र सेविका समिति जयपुर विभाग का शुक्रवार को झोटवाड़ा में पथ संचलन निकाला। घोष…
— डॉ. योगेन्द्र सिंह नरूका इतिहासविज्ञ Rana Sanga News : जयपुर। टोंक के डिग्गी में…
Rajasthan News : जयपुर। राजस्थान जैन सभा, जयपुर द्वारा 12 से 25 वर्ष के युवाओं…