Sarwar Urs 2024 in Hindi: मुसलमानों का पवित्र महीना रमजान आने वाला है, लेकिन उससे पहले अभी एक और पवित्र महीना शाबान चल रहा है। कुंडे और शबे मेराज के बाद अब शब-ए-बारात का त्योहार आने को है। शाबान के महीने में अजमेर जिले के सरवाड़ में स्थित ख्वाजा फखरुद्दीन चिश्ती की दरगाह (Sarwar Urs 2024 in Hindi) में उर्स का आयोजन किया जाता है। कल 16 फरवरी को अजमेर शरीफ की तरफ से सरवाड दरगाह में चादर पेश की गई। इस मौके पर जायरीन की भारी तादाद मौजूद रही।
यह भी पढ़ें: Sarwar Sharif URS 2024: शब-ए-बारात से पहले आ गया ये उर्स, अजमेर वाले ख्वाजा साहब से जुड़ा है रिश्ता
सरवाड़ उर्स 2024
10 फरवरी की शाम को सरवाड़ दरगाह शरीफ के बुलंद दरवाजे पर उर्स (Sarwar Urs 2024 in Hindi) का झंडा (Sarwar Sharif URS 2024) चढाया गया था। सरवाड़ उर्स की औपचारिक शुरूआत शाबान का चांद दिखते ही हो जाती है। सरवाड़ वाले ख्वाजा फखरुद्दीन चिश्ती अजमेर वाले सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के बड़े साहबजादे यानी बड़े बेटे है। सरवाड़ में इस समय नगरपालिका ग्राउंड पर उर्स का भव्य मेला भर रहा है।
यह भी पढ़ें: Shab-e-Barat Ka Roza: शब-ए-बरात का रोजा ऐसे रखे, रमजान से अलग है
कहां है सरवाड़ शरीफ?
अजमेर कोटा रोड़ पर 70 किलोमीटर दूर स्थित सरवाड़ कस्बा केकड़ी जिले में आता है। यहां नगरपालिका के साथ ही एक बहुत पुराना किला भी मौजूद है। शाबान के महीने में पहली तारीख से दस तारीख तक सरवाड़ (Sarwar Urs 2024 in Hindi) के उर्स भरे जाते हैं। सरवाड़ दरगाह के मुतवल्ली हाजी मोहम्मद यूसुफ खान ने बताया है कि कल कुल की रस्म अदा की जाएगी, जिसमें भारी संख्या में जायरीन मौजूद रहेंगे। वही 16 फरवरी 2024 को अजमेर वाले ख्वाजा साहब की दरगाह की ओर से चादर पेश की गई।
अजमेर की दरगाह से कनेक्शन?
उर्स के मौके पर बड़ी संख्या में जायरीन सरवाड़ दरगाह (Sarwar Urs 2024 in Hindi) पहुंचते हैं। जो जायरीन अजमेर आते है वो आजकल सरवाड़ जरूर आते हैं। जायरीन की बढ़ती तादाद को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने व्यवस्थाओं को अंजाम देने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर रखी है। अब केकड़ी खुद एक जिला बन चुका है, ऐसे में सरवाड़ उर्स की जिम्मेदारी इस बार केकड़ी जिला प्रशासन ने बड़े ही अच्छे ढंग से संभाल रखी है।