राजस्थान में मौसम में अचानक परिवर्तन के चलते SMS Hospital मौसमी बीमारियों के साथ रहस्यमयी खांसी की चपेट में आने से बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है। अब तक मिले मरीजों को पहले बुखार, जुकाम और गले में खराश होने के बाद तेज खांसी शुरू हो जाती है। इसका असर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि इसको ठीक होने में 1 महीने का समय भी लग रहा है। तेज खांसी के कारण मरीजों को सीने में दर्द भी होता है तो, वहीं कुछ को खांसने के दौरान उल्टियां भी होने लगी है। लेकिन अभी तक इसकी पहचान नहीं हो पाई है।
अचानक बढ़ने लगे मरीज
जयपुर एसएमएस में इन दिनों ओपीडी में गले में खराश की शिकायत लेकर मरीज पहुंच रहे हैं। (SMS Hospital) 10 में से 5 में तेजी खांसी के लक्षण देखने को मिले है। मरीजों में बुखार, जुकाम तो ठीक हो जाता है लेकिन उसके बाद सूखी खांसी चलनी शुरू हो जाती है जो कई हफ्तों तक ठीक नहीं हो रही है।
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वायरस की नहीं हुई पहचान
डॉक्टों ने इसका असर सर्दी से गर्मी या गर्मी से सर्दी का सीजन आने पर मौसमी बीमारियों से ग्रसित होना बताया है। लेकिन इस तरह के वायरस को अभी पहचाना नहीं गया है जिसके कारण लगातार खांसी की समस्या हो रही है। (SMS Hospital) ग्रामीण इलाकों में ऐसे मरीज देखने को मिल रहे हैं और आने वाले दिनों में इनकी संख्या तेजी से बढ़ सकती है।
रिपोर्ट नेगेटिव
इन मरीजों की कोविड समेत दूसरे वायरस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। आमतौर पर इन कॉमन वायरस के केस में मरीज को ठीक होने में एक महीने का समय लगता है।खांसी इतनी जबरदस्त है कि मरीजों की पसलियां में दर्द शुरू होने के साथ उल्टियां भी हो रही है।
सावधानी रखनी जरूरी
अब दिन गर्म होने लगेंगे तो मरीजों की संख्या में भी इजाफा होगा। (SMS Hospital) बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा होगा तो खांसी वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। मरीजों को एडमिट करने की जरूरत नहीं है लेकिन उनको सावधानी रखनी होगी।
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विभाग हुआ सर्तक
इस रहस्यमयी खांसी के कारण स्वास्थ्य विभाग भी सर्तक हो गया है और जल्द ही (SMS Hospital) इसकी पहचान करके इस पर काबू पाया जाएगा। कोरोना के बाद ऐसी बीमारियां तेजी से फैलती है जिसके कारण लोगों को परेशानी होती है। समय रहते इस नियंत्रण पा लिया जाए तो इसका खतरा कम हो जाता है।