SMS Medical College Jaipur: राजस्थान जहां आसमान से बरस रहे पानी से लबालब है वहीं एसएमएस मेडिकल कॉलेज में रह रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। इतने बड़े और पुराने सरकारी हॉस्टल में डॉक्टर्स के पीने तक को पानी नहीं है। ऐसे में रोजमर्रा के कामों के लिए भी उन्हें बाहर जाना पड़ रहा है। ऐसे में मरीजों के लिए दिन रात एक करने वाले इन रेजिडेंट्स को हॉस्टल में भी सुकून नहीं मिल रहा है। आपको बता दें एसएमएस मेडिकल कॉलेज के चार हॉस्टल बीती रात तक करीब 34 घंटे अंधेरे में डूबे रहे। यहां रात करीब 1 बजे लाइट शुरू हुई। इन हॉस्टल्स में करीब 2210 रेजिडेंट और 1250 अंडरग्रैजुएट रह रहे हैं। जो सरकार की नींद के कारण जागने को मजबूर रहे। ऐसे में अधूरी नींद और बिना नहाए ये जीवन रक्षक कैसे मरीजों को संभाल पाएंगे ये सोचने का विषय है।
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पानी को तरसे डॉक्टर्स
एसएमएस मेडिकल कॉलेज में सोमवार शाम करीब 4 बजे से जो बिजली गुल हुई वो करीब 34 घंटे बाद आई। जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। काफी जद्दोजहद के बाद यहां यहां बिजली की व्यवस्था हुई। इसके बाद भी पानी के लिए डॉक्टर्स अभी तक तरस रहे हैं। जार्ड वर्तमान प्रेसिडेंट डॉ. मनोहर सियोल का कहना है कि सरकारी अधिकारियों और नेताओं के यहां कभी ऐसी समस्या नहीं आती। वहीं हम जो आम जनता के लिए दिन रात एक करते हैं। हमारी परेशानी सुनने वाला कोई नहीं हैं।
‘नहाना तो छोड़ो, खाने-पीने तक का पानी नहीं
डॉक्टर्स ने बताया कि लाइट की व्यवस्था होने के बाद भी करीब 46 घंटे हो गए हैं और पानी नहीं आया है। कैसे हम भूखे—प्यासे और बिना रोजमर्रा के काम किए मरीजों की देखभाल कर सकते हैं। यहां खाना बनाने तक को पानी नहीं है। मैस भी अभी तक इतनी लम्बी बिजली जाने के कारण पुरानी स्थिति में नहीं आई है।
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