भीलवाड़ा। राजस्थान की राजनीति के कद्दवर नेता रहे स्वर्गीय राजेश पायलट की 23 वीं पुण्यतिथि पर राजेश पायलट को श्रध्दांजली देते हुए नमन किया जा रहा है। राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर प्रदेश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का अयोजन भी किया जा रहा है। लेकिन भीलवाड़ में इसके विपरित ही नजारा देखने को मिल रहा है। भीलवाड़ा में स्वर्गीय राजेश पायलट की मूर्ति उपेक्षा का शिकार हो रही है।
भीलवाड़ा में कांग्रेस संगठन में चल रही फूट के कारण स्वर्गीय राजेश पायलट की मूर्ति अनदेखी का शिकार हो रही है। मूर्ति की दुर्दशा भी दिन प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। हालात यह है कि पुण्यथिति पर भी स्वर्गीय राजेश पायलट को कांग्रेसीयों द्वारा याद नहीं किया जा रहा है।
भीलवाड़ा के ट्रास्पोर्ट नगर इलाके में 10 फरवरी 2009 को पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की मूर्ति का अनावरण किया गया था। मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे थे।
ट्रासपोर्ट्स एसोसिएशन के द्वारा यह मूर्ति स्थपित करवाई गई थी। इसका जिम्मा भीलवाड़ा यूआईटी का था। मगर यह मूर्ति आज अन देखी का शिकार हो रही है। पुण्यतिथि होने के बावजूद भी यहा कचरे के ढ़ेर का अम्बार लगा है। असामाजिक तत्वों द्वारा शराब का सेवन किया जाता है ऐसे में यहा बोतलों का ढेर लगा हुआ है। मूर्ति पर किसी प्रकार का कोई रंगरोगन भी नहीं करवाया गया है।
पायलट की पुण्यथिति पर जहां एक और पूरे प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित हो रहे है वही भीलवाड़ में एक भी कार्यकर्ता ऐसा नहीं है जो पायलट को याद कर सके। राजेश पायलट की मूर्ति की देखरेख के लिए एक भी कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद नहीं है।