जयपुर। Suryakanta Vyas News : राजस्थान में जोधपुर से पूर्व विधायक रही सूर्यकांता व्यास का आज बुधवार सुबह निधन (Suryakanta Vyas Death) हो गया। भाजपा की ‘जीजी’ कही जाने वाली 87 वर्षीय BJP नेता सूर्यकांता व्यास लंबे समय से बीमार चल रही थीं। 1990 में उन्होंने जोधपुर निर्वाचन क्षेत्र (Suryakanta Vyas Jodhpur) से पहली बार चुनाव लड़ा था। इसके बाद लगातार कई बार विजयी रहीं। सूर्यकांता को आज सुबह तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी सांसें थम गई। आज सुबह करीब सवा 7 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वरिष्ठ भाजपा नेता के निधन पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने दुख जताया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, अशोक गहलोत सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने ‘जीजी’ के निधन पर शोक जताया है।
सूरसागर विधानसभा से पूर्व विधायक, भाजपा परिवार की वरिष्ठ सदस्या, श्रीमती सूर्यकान्ता व्यास 'जीजी' के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ।
कुछ दिन पूर्व ही उनसे भेंट हुई थी जहां उनका आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। मेरे प्रति उनका अपार स्नेह और वात्सल्य… pic.twitter.com/QtWj3gj53b
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) September 25, 2024
‘जीजी’ कहकर आर्शीवाद लेते थे नेता
सूर्यकांता व्यास जोधपुर की रहने वाली थीं और वो सूरसागर विधानसभा सीट से 6 बार विधायक चुनी गई। उन्होंने सबसे पहले वर्ष 1990 में विधायक का चुनाव लड़ा और जीतीं। फिर वर्ष 1993 के विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने जीत हासिल की। इसके बाद सूर्यकांता व्यास साल 2003, 2008, 2013 और 2018 भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची। वो एक ऐसी नेता थी जिनको कांग्रेस समेत अन्य राजनैतिक पार्टियों के नेता भी बहुत पसंद करते थे। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तो उन्हें ‘जीजी’ कहकर आशीर्वाद लेते थे।
यह भी पढ़ें : डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने उड़ाई भजनलाल सरकार की नींदे, जानें बाबा का नया घमासान
घर जाकर मिलते थे अशोक गहलोत
हालांकि, 2023 के विधानसभा चुनावों बीजेपी की तरफ से सूर्यकांता व्यास को भाजपा ने टिकट नहीं देकर उनकी जगह सूरसागर सीट से देवेंद्र जोशी को उतारा गया। हालांकि, पार्टी के इस फैसले का सूर्यकांता व्यास ने साथ दिया और देवेंद्र जोशी के समर्थन में प्रचार भी किया और वो जीते। परंतु, भाजपा की तरफ से उन्हें टिकट नहीं देने पर कांग्रेस के नेताओं ने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा था कि पार्टी ने उन्हें अनदेखा करके अच्छा नहीं किया। उस समय अशोक गहलोत जब जोधपुर दौरे पर गए थे तो सूर्यकांता व्यास के घर मिलने गए थे। इसको लेकर कुछ लोगों ने ऐसा अनुमान लगाया था कि वो कांग्रेस में शामिल हो सकती है लेकिन सूर्यकांता व्यास ने ऐसा कुछ नहीं किया।
लेटेस्ट न्यूज से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल से जुड़ें।