कवि डॉक्टर कुमार विश्वास रामनवमी की पूर्व संध्या पर सीकर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां मौजूद श्रोताओं ने कवि की कविताओं के साथ उनके सियासी तंज को भी खूब एंजॉय किया। कार्यक्रम में कुमार विश्वास ने कहा कि शेखावाटी शूरवीरों, विचारकों, संतों की भूमि है। सीकर देश में शिक्षा की छोटी काशी के रुप में निकल कर आया है।
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राजस्थानी अंदाज में शुरु हुआ प्रोग्राम
राजस्थान में कार्यक्रम था तो कवि कुमार विश्वास ने भी राजस्थानी अंदाज में सभी को "राम-राम" बोलकर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होने कहा कि मैं ऐसी जगह पर खड़ा हूं जहां कि भाषा का पूरी दुनिया में सम्मान किया जाता है। राजस्थान की भाषा ने विदेशों में भी जगह बनाई है। कुमार विश्वास ने बताया कि जब एयरपोर्ट पर उतरते हैं तो 4-5 लोग लेने आते हैं। उनमें से एक तो यह पूछ ही लेता है कि "थे खटिका हो जी"।
सीकर विधायक को भी नहीं छोड़ा
कार्यक्रम के दौरान कवि कुमार विश्वास ने कहा कि सीकर विधायक राजेंद्र पारीक को कहा कि आज आपके कष्टों की पीड़ा की शुरुआत होगी। हम तो कवि है और कवि तो कुछ भी बोलते हैं। हमने तो अपने को ही नहीं छोड़ा आप तो फिर भी पराए हो।
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सरकार थोड़े ही है जो 2 से चलेगी
पूरे कार्यक्रम में कुमार विश्वास ने सियासी उठापटक के जरिए मौजूदा सरकार की भी चुटकी ले ली। उन्होनें कहा कि इस समय कांग्रेस सरकार का समय खराब चल रहा है। क्योंकि कांग्रेस सेना का सेनापति संकट में है। राहुल गांधी की सदस्यता चले जाने पर कुमार विश्वास ने कहा कि – बहुत यात्रा करते हो। जाओ परमानेंट यात्रा करो"। लेकिन अगले ही पल कुमार विश्वास ने कांग्रेस को शांत रहने के लिए भी कह दिया। कवि कुमार विश्वास ने भगवान राम का उदाहरण देते हुए कहा कि निकाला हुआ आदमी हमेशा यश और विजय लेकर आता है। इसलिए कांग्रेस को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। अयोध्या का राजकुमार भी जंगल-जंगल भटकने के बाद ही राजा बना था।