Jhunjhunu by-election : झुंझुनूं। राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। इसी राजस्थान की झुंझुनूं सीट हॉट सीट बन गई है। कांग्रेस का गढ़ कह जाने वाली झुंझुनूं सीट पर इस बार अलग ही समीकरण बन रहे है। जहां एक तरफ इस सीट पर परिवार वाद हावी है। वही अब परिवाद से खफा कांग्रेंस के अंतर ही विरोध के स्वर उठने लगे है और इसी बीच अब कांग्रेस और भाजपा के प्रबल दावेदारों के नाम भी सामने आ रहे है। लेकिन आज हम बात करेंगे कांग्रेस के प्रबल दावेदार की, तो आइए जानते है इस पूरे मामले को विस्तार से…
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कांग्रेस का टिकट लगभग तय!
झुंझुनूं से कांग्रेस के बड़े नेता एमड़ी चौपदार कांग्रेस के प्रबल दावेदार माने जा रहे है। अगर एमडी चौपदार को इस बार कांग्रेस टिकट नहीं देती है तो पार्टी को इसका बड़ा खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है, क्योंकि लगातार यहां से एक ही परिवार का राज है। ऐसे में मुस्लिम के साथ-साथ कांग्रेस के स्थानीय नेता भी अंदर ही अंदर नाराज चल रहे है। लेकिन अब कांग्रेस किस पर भरोसा करेगी वह तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा। आपकों बताते चले कि एमडी चोपदार ने पार्टी के आलाकमान से टिकट भी मांगा है। चौपदार ने पहले ही साफ कर दिया था कि झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र से अल्पसंख्यक समुदाय के किसी भी व्यक्ति को आजादी से लेकर आज तक प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं दिया गया है, जबकि अल्पसंख्यक समाज सदैव कांग्रेस के साथ खड़ा रहा है। अब समय आ गया है कि अल्पसंख्यक समाज को भी प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया जाए। चौपदार का सीधा इशारा बृजेंद्र ओला की ओर था, कि अब झुंझुनू सीट पर एक ही परीवार को लगातार टीकट दी जा रही है, यहां परिवार वाद हावी हो रहा है और जाट का बाद मुस्लिम समुदाय दूसरा सबसे बड़ा बोटबेंक है उसके बावजूद आजतक मुस्लिम समुदाय को टीकट नहीं मिली।
राजबाला ओला को मैदान में उतार सकती है कांग्रेस
लेकिन सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि इस बार इस सीट पर कांग्रेस फिर से ओला परिवार को ही टिकट दे सकती है। माना जा रहा है कि अब बृजेंद्र ओला की पत्नी राजबाला ओला को मैदान में उतार सकती है। वही जिला प्रमुख भी रह चुकी है। इसका एक कारण यहा भी है। बृजेंद्र ओला 4 बार के MLA रह चुके है और अब सांसद बन चुके है। बृजेन्द्र सिंह ओला साल 2008 से 2023 तक झुंझुनूं से चार बार विधायक चुने जा चुके हैं जबकि इनके पिता शीशराम ओला 1980, 1985 व 1993 में झुंझुनूं से, 1957, 1962 1969 में खेतड़ी, 1972 व 1977 पिलानी से विधायक व साल 1996 से 2009 तक झुंझुनूं से कांग्रेस सांसद रहे थे। ऐसे में इस सीट पर ओला परिवार की मजबूत पकड़ है। यहीं वजह है कि राजबाला ओला को टिकट देने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। वही अब एमडी चौपदार ने भी मजबूती से ताल ठोक दी है। अब कांग्रेस को दोनों में से किसी एस दावेदार को भरोसा जताना होगा, लेकिन इस बार पार्टी के सामने संकट यह है कि किसी भी उम्मीदवार को टिकट देने पर दूसरा पक्ष नाराज हो सकता है और उसका खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा।
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