- सीएम गहलोत के लिए जनता की राय एकतरफा
- 44 फीसदी वर्तमान विधायकों से जनता नाराज
- नेता लगे टिकट की जुगत में
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। बिगुल बजने के साथ ही भाजवा व कांग्रेस सहित सभी पार्टियों ने चुनावी मैदान में दमखम दिखाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही भाजपा कांग्रेस सहित सभी पार्टियों के नेता टिकट की जुगत में भी लगे हुए है। हाल ही में हुए एक सर्वे के मुताबिक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। इस सर्वे के अनुसार प्रदेश की जनता 44 फीसदी वर्तमान विधायकों को फिर से विधायक के रूप में नहीं देखना चहाती है।
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सरदारपुरा सीट पर गहलोत का 25 सालों से कब्जा
चुनावी माहौल के बीच अलग अलग सर्वे करवाएं जा रहे है। सर्वे के अनुसार प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को उम्मीदवार के रूप में एक बार फिर से देखना चहाती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा सीट से 25 सालों से लगातार चुनाव जीत रहे है। सीएम गहलोत 25 सालों से सरदारपुरा सीट से विधायक है। सीएम गहलोत के लिए जनता की राय भी एकतरफा है।
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पायलट व वसुंधरा राजे पहली पसंद
टोंक विधानसभा सीट की बात की जाए तो इस सीट पर सचिन पायलट का दबदबा बरकरार है। यहा की जनता के लिए पायलट पहली पसंद है। वहीं दूसरी पसंद जनता के लिए मोइनुद्दीन निजाम है। वहीं अगर झालरापाटन सीट की बात करे तो पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का यहा दबदबा बरकरार है। वसुंधरा राजे इस सीट से 2003 से लगातार चुनाव जीतती आ रही है। और जनता ने एक बार फिर से राजे के लिए एक तरफा राय पेश की है। ओसियां सीट से जनता ने एक बार फिर से दिव्या की और सर्मथन किया है। जनता दिव्या को उम्मीदवार के रूप मे देखना चहाती है।