जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले है ऐसे में नेताओं की आपसी बयान बाजी भी जारी हैं। भाजपा कांग्रेस एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोप के बजाय अपने ही नेताओं पर निशाना साधने में लगी हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच जुबानी जंग लगातर जारी हैं। अब इसी बीच मंत्री और विधायकों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया हैं। चुनाव से पहले अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ बयान बाजी करना कांग्रेस आलाकमान की मुश्किलें बढ़ा सकता हैं।
मंत्री धारीवाल व डोटासरा हुए आमने सामने
हाल ही में मंत्री शांति धारीवाल ने अपनी ही पार्टी के तीन मंत्रियों व 6 विधायकों पर जयपुर के विकास को रोकने का जिम्मेदार ठहराया हैं। मंत्री धारीवाल के इस बयान पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पलटवार करते हुए भाजपा कार्यकर्ता की तरह व्यवार करने तथा झूठ बोलने वाला नेता बता दिया। कांग्रेस के नेताओं की जुबानी जंग की इस लिस्ट में कांग्रेस प्रदशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का नाम भी शामिल हैं। डोटासरा और विधायक राजेंद्र पारीक के बीच अधिकारियों के सामने खूब तू-तू-मैं-में हुई थी।
खाचरियावास व जोशी के बीच वर्चस्व की लड़ाई
हड़ोती में पूर्व मंत्री भरत सिंह मंत्री प्रमोद जैन भाया पर लगातार भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आए हैं। पूर्व मंत्री की नाराजगी इतनी बढ़ गई की पूर्व मंत्री हाड़ोती ने वाइल्डलाइफ बोर्ड के सदस्य पद से इस्तीफा तक दे दिया। यही हालाम विधायक रामनारायण व मंत्री शांति धारीवाल के बीच बने हुए हैं। जयपुर की बात करें तो यहा कांग्रेस के दोनों मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास व महेश जोशी के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी हैं।
प्रताप सिंह खाचरियावास व महेश जोशी के बीच शीत युध्द लगातार जारी हैं। दोनों मंत्रियों की लड़ाई के कारण कांग्रस की महापौर से सामंजस्य नहीं बन पा रहा हैं। आईएएस की एसीआर भरने के दौरान दानों एक दुसरे के सामने खड़े हुए थे। आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ और पूर्व मंत्री नसीम अख्तर के बीच भी लगातार जंग जारी हैं। दोनों ही नेता अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहे हैं।