राजनीति ऐसी चीज है जो कभी भी किसी को भी एक-दूसरे का दुश्मन बना देती है। कहते हैं कि राजनीति ऐसा दलदल है जिसमें एक बार चले गए तो निकलना मुश्किल हो जाता है। राजनीति में कदम रखने के बाद जिंदगी बदल जाती है। किसी को ले डूबती है तो किसी को तैराकर पार करा देती हैं। यह ऐसा क्षेत्र हैं जिसमें नेता बोलते समय बिल्कुल भी नहीं सोचते। अपने बयानों के कारण वे कई बार विवादों में भी घिर जाते हैं। बयानबाजी में फेमस है कोटा संभाग के नेता। बात करते हैं कोटा संभाग के उन नेताओं की जो अपने बयानों के कारण सुर्खियां बटोर चुके हैं।
1. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल
शांति धारीवाल ने कोटा को बिल्कुल बदल दिया है। कोई पिछले 3-4 सालों से कोटा नहीं गया हो और वर्तमान में जाए तो शायद वो कोटा को पहचाने ही नहीं। एक से बढ़कर एक काम कोटा में हुए है। वहीं राजस्थान को मर्दों का प्रदेश कहने वाले यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल अपने तीखे स्वर से भी चर्चा में रहे। उन्होंने विधानसभा में कहा था कि हम रेप के मामले में नम्बर-1 हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है। रेप के मामले में क्यूं है…..वैसे भी राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है।
2. मदन दिलावर
कोटा के रामगंजमंडी विधायक और पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने रंधावा को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि रंधावा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ आंख उठाकर भी देखा तो, उनकी आंखें निकाल ली जाएंगी। हिंदूत्व छवि रखने वाले मदन दिलावर इस तरह के सख्त बयानों के लिए जाने जाते हैं।
3. प्रहलाद गुंजल
कोटा उत्तर के पूर्व बीजेपी विधायक प्रहलाद गुंजल का एक ऑडियो वायरल हुआ था। इस ऑडियों में किसी को धमकी देते दिखे। उन्होंने कहा था मुझे प्रहलाद गुंजल कहते हैं, रात को नींद नहीं आएगी और जमकर गाली-गलौच के साथ धमकी दी। इसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया था।
4. भरत सिंह
सांगोद के कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने कई नेताओं को आड़े हाथ लिया। एक बार तो रंधावा के सामने काले कपड़े पहनकर पहुंच गए। इतना ही नहीं उन्होनें अपने घर में रावण का पुतला लगा रखा है जिसके कारण भी वो चर्चा में रहते हैं।
5. भवानी सिंह राजावत
कोटा में बीजेपी के पूर्व विधायक और संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते नजर आते हैं। उन्होंने कभी किसी अधिकारी को कान पकड़वाए तो कभी किसी के गाल पर चांटा रख दिया। उनका एक वाकया तो हैरान करने वाला था। जब विधानसभा में चप्पल भी उछालने लगे थे।