आईएएस टीना डाबी शुरू से ही अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ की वजह से चर्चा का विषय रही हैं। अब उनके एक निर्णय को तो भारत और पाकिस्तान का मुद्दा ही बना दिया गया है। राजस्थान के जैसलमेर में वर्तमान कलक्टर के पद पर रहते हुए वे कई बड़े निर्णय ले रही हैं।
अब उन्होंने अमरसागर में एक सरकारी जमीन पर से अवैध कब्जा हटवाया है। दरअसल टीना डाबी के इस आदेश के बाद ही पाकिस्तान से भारत आए हिंदू शरणार्थियों के अवैध घरों को तोड़ा गया। यह पूरी तरह से एक अतिक्रमण रोधी सरकारी कार्रवाई थी। जिसमें सरकारी जमीन को खाली किया गया। जिसे पाकिस्तानी परिवारों से जोड़ा जा रहा है।
यूआईटी की है जमीन किया था अवैध कब्जा
जैसलमेर के अमरसागर में यूआईटी की सरकारी जमीन पर सालों से अवैध कब्जा किया गया था। जहां पर सालों से लोगों ने मकान बनाकर जमीन पर कब्जा किया हुआ था। यह जगह जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब 4 किलोमीटर दूर अमर सागर क्षेत्र में है। जहां 50 से भी ज्यादा घर अर्बन इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के आधार पर अतिक्रमध्ण की श्रेणी में आते हैं। इस जगह पर पाकिस्तान से लाॅन्ग टर्म वीजा पर आए 150 हिंदू शरणार्थी पिछले कई वर्षों से रह रहे हैं। इस जगह को खाली करने के लिए भी परिवारों को पहले ही कहा गया था। जिसका उन परिवारों ने पालन नहीं किया। अतिक्रमण हटते ही इनके रहने का ठिकाना खत्म हो गया है। जिसका इन परिवारों की ओर से विरोध किया जा रहा है।
झील में रुक गया था पानी का प्रवाह
राजस्थान के पश्चिमी जैसलमेर के बाहरी क्षेत्र में अमर सागर झील स्थित है। यह झील काफी प्रसिद्ध और सुरम्य स्थल है। यह झील अमर सिंह महल से सटी हुई है। इस महल का निर्माण 17वीं शताब्दी में महारावल अखई सिंह ने करवाया था। इसी परिसर में एक प्राचीन शिव मंदिर और कई कुएं भी हैं। यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इस अवैध कब्जे के कारण झील में धीरे धीरे पानी का प्रवाह कम हो रहा है। जिससे पर्यटकों की संख्या भी घट रही है। अमरसागर के ग्राम प्रधान की ओर से वहां रहने वाले लोगों की ओर से इस बाबत कई बार शिकायत की जा चुकी थी। इस बहाव क्षेत्र को खाली करने के लिए यहां से 28 कच्चे मकानों को हटाया गया है। जिसके लिए प्रशासन की ओर से हल्का बल प्रयोग भी किया गया। इस दौरान कुछ महिलाएं घायल भी हो गई।