Tirupati Balaji Temple : आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर इन दिनों सुर्खियों में छाया है, क्योंकि दावा किया गया है कि प्रसाद के लड्डू में जानवरों की चर्बी मिली हुई है। सीएम चंद्रबाबू नायडू के इस बयान के बाद देशभर में हड़कंप मच गया। बता दें कि चंद्रबाबू नायडू ने कहा, पिछली सरकार के दौरान तिरुमला लड्डू को बनाने में शुद्ध घी की बजाय जानवरों की चर्बी वाला घी उपयोग किया जाता था। वहीं जगन मोहन रेड्डी की पार्टी ने नायडू की बयान का विरोध जताया और इन आरोपों को खारिज किया। बता दें कि तिरुपति बालाजी मंदिर देश के सबसे अमीर मंदिरों में से है। यहां हर साल करोड़ों रुपए का चढ़ावा आता है। आइए जानते हैं हर साल तिरुपति बालाजी मंदिर में कितना चढ़ावा आता है।
5000 करोड़ का बजट
बता दें कि तिरुपति में श्री वेंकटेश्नर मंदिर का मौजूदा बजट 5000 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। इस मंदिर में भगवान बालाजी की कुल संपत्ति ने देश की प्रमुख सूचीबध्द कंपनियों के कीमत से भी ज्यादा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान तिरुपति बालाजी मंदिर 1161 करोड़ जमा किए हैं और इस अवधि के दौरान 1031 किलों सोना जमा करने इतिहास रच दिया है।
यह भी पढ़ें : शनि मंदिर से मूर्तियां उखाड़कर बाहर फेंकी, गुस्साएं लोगों ने प्रशासन से की ये मांग
जानिए तिरुपति मंदिर की कमाई के स्त्रोत
तिरुपति मंदिर की कमाई कई स्त्रोतों से होती है, भक्तों का चढ़ावा, भक्तों से प्राप्त दान, सावधि जमा पर ब्याज राशि और भक्तों द्वारा विभिन्न टीटीडी-संचालित ट्रस्टों को दिए जाने वाले दान के रूप में सैकड़ों करोड़ रुपये। तिरुपति मंदिर में कमाई का सबसे बड़ा जरिया श्रद्धालुओं का चढ़ावा था जिसे ‘हुंडी कनुका’ के नाम से जाना जाता है। भक्तों ने एक साल में 1,611 करोड़ रुपये का चढ़ावा दिया, जो पिछले वर्ष के स्तर पर ही रहा।
चढ़ावे में मिला 11,225 किलो सोना
1,167 करोड़ रुपये ब्याज के रूप में मिले जो कमाई का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत रहा है, 2023-24 से यह राशि 100 करोड़ रुपये अधिक है। मंदिर के आय का तीसरा सबसे बड़ा आय का जरिया प्रसादम से होने वाली कमाई रही। पवित्र भोजन से 600 करोड़ रुपये की कमाई हुई जो पिछले वर्ष 550 करोड़ रुपये था। इसके अलावा 347 करोड़ रुपये की शुरुआती नकदी और बैंक जमा राशि है। अन्य पूंजीगत प्राप्तियां 129 करोड़ रुपये, अर्जित सेवा प्राप्तियां 150 करोड़ रुपये, आवास और कल्याण मंडपम 147 करोड़ रुपये, और कल्याण कट्टा प्राप्तियां 151 करोड़ रुपये भी टीटीडी के लिए धन के अहम स्रोत हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, तिरुपति बालाजी के नाम पर 11225 किलो सोना विभिन्न बैंको में जमा किया गया है….मुख्य देवता के स्वर्ण आभूषणों का वजन 1088.62 किलोग्राम और चांदी के आभूषणों का वजन 9071.85 किलोग्राम था।
लेटेस्ट न्यूज से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल से जुड़ें।