UGC New Guidelines 2024: राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC-id) बनाना अनिवार्य कर दिया गया है। अब सभी बच्चों को एबीसी-आईडी बनाए बिना किसी भी प्रकार की परीक्षाओं के फार्म्स नहीं भर सकेंगे। इसके नहीं बनने के चलते प्रदेश की किसी भी कॉलेज में प्रवेश भी नहीं दिया जा सकेगा। यूजीसी ने गाइडलाइन (UGC Guideline) जारी करते हुए कहा है कि सभी विश्वविद्यालयों के स्टूडेंट्स की एबीसी-आईडी बनाने का काम शुरू कर दिया है।
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महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय सबसे आगे
प्रदेश में एबीसी-आईडी के रजिस्ट्रेशन करवाने में महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय (Maharaja Ganga Singh University) नम्बर तीन पर है। महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के क़रीब 4 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। दूसरे नंबर पर जयपुर का राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University) है और पहले नंबर पर अजमेर का महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (Maharshi Dayanand Saraswati University) है।
डिजिटल क्रेडिट बैंक
एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट इसका डिजिटल क्रेडिट बैंक है जिसमें बच्चों के दस्तावेजो का डिजिटल स्टोरेज किया जाता है। इसमें छात्रों के स्कोर किए हुए मार्क्स और पर्सनल डिटेल मौजूद रहती है, जिसका कहीं भी प्रवेश लेते समय इस्तेमाल किया जा सकता है। स्टूडेन्ट्स के आधार कार्ड से इसको बनाया जाता है। राज्य के 84 विधि कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को भी परीक्षा फॉर्म भरने से पहले यह काम करना होगा। डॉ. भीमराव अम्बेडकर लॉ यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियन्त्रक ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
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प्रकिया आसान
एबीसी-आईडी बनाने के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर लिंक है। इसके बाद विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड मे विद्यार्थी का मोबाइल नम्बर और आधार कार्ड में मोबाइल नम्बर एक समान होना चाहिए। सभी कॉलेजों में इसे स्टूडेंट्स के लिए कम्पलसरी किया है। अगर किसी स्टूडेन्ट के आधार और मोबाइल नम्बर अपडेट नहीं है तो उन्हें अपडेट करवाकर आईडी बना लें।