बेमौसम बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। गेहूं, अफीम सहित सरसों, जौ, चना, फल फूल आदि की फसलें बुरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। लगातार फसल खराब हो रही है. किसान हर बार उम्मीद लगाकर बैठता है, लेकिन प्रकृति तो किसानों की परीक्षा ही ले रही है। एसे में मोर्निंग न्यूज अपील करता है कि किसानों को सरकार की ओर से खराबे का पूरा मुआवजा मिलना चाहिए।
कई क्षेत्रों में अतिवृष्टि के कारण फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. इससे किसान मायूस हो गए हैं. किसानों का कहना है कि इस साल सभी फसलों की अच्छी पैदावार के साथ अच्छी गुणवत्ता की फसल बाजार में आने की पूरी संभावना थी, लेकिन मौसम की मार ने फसलों की गुणवत्ता को खराब कर दिया. जो फसलें खेतों में लहरा रही थीं वही अब तेज हवा के कारण खेतों में आड़ी पड़ी हैं। शनिवार सुबह तक चली बरसात के चलते सरसों, गेहूं, जौ के साथ सब्जियों फूलों की फसल नष्ट होने के कारण किसानों को करोड़ों का नुकसान हो चुका है। कृषि महकमा अभी तक खराबे का अनुमान लगाने में जुटा है, जबकि विभिन्न जगह किसानों ने सरकार से खराबे के कारण हुए नुकसान के लिए मुआवजा देने की मांग की है।
पिछले 24 घंटों का मौसम
पिछले 24 घंटों में राज्य के कुछ भागों में मेघ गर्जन आंधी बारिश दर्ज की गई है. पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश सपोटरा करौली में 64 एमएम जबकि पश्चिमी राजस्थान के मेड़ता नागौर में 8 एममम दर्ज की गई है। दक्षिणी पश्चिमी राजस्थान के ऊपर आज 18 मार्च को भी एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है आज जोधपुर उदयपुर कोटा व जयपुर भरतपुर संभाग के कुछ भागों में दोपहर बाद मेघ गर्जन के साथ कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 17 से 21 मार्च के दौरान उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और राजस्थान सहित उत्तरी मध्य प्रदेश के आस-पास के हिस्सों में हल्की से भारी बारिश, तेज हवा और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. इसके साथ ही अचानक तेज हवाएं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज होने की संभावना है। एक और नया पश्चिमी विक्षोभ 19 मार्च से राज्य के ऊपर प्रभावी हो रहा है जोधपुर बीकानेर अजमेर जयपुर उदयपुर कोटा भरतपुर संभाग में 19 से 20 मार्च को तीव्र गर्जना के साथ आंधी बारिश में बढ़ोतरी होने के साथ कहीं कहीं ओलावृष्टि होने की भी प्रबल संभावना है।