जयपुर। मोदी सरकार की और से संसद में महिला शक्ति वंदन महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया है। बिल के पास होते ही राजस्थान में महिला नेताओं ने टिकट की दावेदारी कर दी है। भाजपा की महिला नेताओं में टिकटों में प्रतिनिधित्व बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। भाजपा में टिकटों के लिए अब गहमा गहमी बढ़ने लगी है। महिला नेताओं ने एकाएक दावेदारी बढ़ा दी है।
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महिला मतदाताओं में अच्छा संदेश
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाल है। विधानसभा चुनावों स पहले मोदी सरकार ने महिला आरक्षण बिल पेश कर महिलाओं का सौगात दी है। हालांकी इस बिल के पास होते ही इसे लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। इस बील का असर 2029 में नजर आएगा। हालांकी भाजपा इस बिल को इसी चुनाव में भूनाने में लगी है। चुनावी राज्यों में महिला मतदाताओं में अच्छा संदेश गया है। इस बिल के आते ही भाजपा की महिला नेताओं की उम्मीदें भी बढ गई है।
महिला नेताओं का ज्यादा प्रतिनिधित्व
भाजपा महिला नेताओं को उम्मीद है कि पार्टी इस बार महिला नेताओं का ज्यादा प्रतिनिधित्व देंगी। यही कारण है की अब महिला नेताओं ने बड़ी संख्या में दावेदारी करना शुरू कर दी है। हालांकी यह तो पार्टी ही तय करेगी टिकट किसे दिया जाएगा किसे नहीं लेकिन फिलहाल भाजपा की टेंशन बढ़ने लगी है।
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10 महिला विधायक भाजपा में
विधानसभा चुनाव में 27 महिला विधायक चुनकर आयी थी। जिसमें से 10 महिला विधायक भाजपा में शामिल है। और अब इस बार दावेदारों की संख्या और बढ़ने लगी है। भाजपा से कई महिला नेत्री चुनावी मैदान में ताल ठोकने को तैयार है। महिला नेताओं की उम्मीदें इस बार परवान पर है। अब देखना यह होगा की भाजपा कितनी महिला उम्मीदवारों को मौका देती है।