जयपुर। महिला आरक्षण बिल नई संसद में पेश किया गया। बिल पेश होने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। इस बिल के पेश होने के बाद से ही राजनीतिक उतार चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। महिला आरक्षण बिल पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। बेनीवला ने ट्वीट करते हुए लिखा लोक सभा में संविधान विधेयक 2023 पेश किया गया। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी महिला आरक्षण की पक्षधर है, नए विधेयक में जो प्रावधान किए गए उसे पढ़ने के बाद जाहिर है इस विधेयक को सरकार 2024 आम चुनाव से पहले प्रभावी नहीं कर पाएगी।
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बिल 2024 से पहले प्रभावी नहीं
बेनीवाल ने कहा अधिनियम लाने के बाद पहली जनगणना के आंकड़ों तथा परिसीमन कार्य पूरा होने के बाद ही यह प्रभावी होगा। जिससे साफ होता है की यह बिल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रभावी नहीं हो पाएगा।
मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए बिल पेश
बेनीवाल ने कहा सरकार चुनावों को देखते हुए दिखावे तथा बेरोजगारी, महंगाई, किसान आंदोलन जैस मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए यह बिल लेकर आ रही है। बेनीवाल ने कहा राजस्थान सहित पांच राज्यों में चुनाव होने वाले है। 9 वर्षों से अधिक समय के कार्यकाल के दौरान सराकर को महिला आरक्षण याद क्यों नहीं आया।
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सरकार की मंशा पर सवाल
बेनीवाल ने सरकार की मंशा और नीति पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा आम चुनाव से पहले यह विधेयक लागू नहीं हो पाएगा। एनडीए और प्रधानमंत्री सभी श्रेय लेने की होड़ में लए हुए है। पूर्व में भी इस बिल को लाने के लिए कई सरकारों द्वारा प्रयास किए गए है। बेनीवाल ने कहा सर्वदलीय बैठक में महिला आरक्षण संबंधित बिल लाने के मुद्दे की मैनें पैरवी की थी।