Amarnath Yatra Langar Facility : अमरनाथ यात्रा 2024 की शुरूआत हो चुकी है और 4603 यात्रियों का पहला जत्था कश्मीर घाटी पहुंच चुका है। इस जत्थे के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। वहीं, इस यात्रा के दौरा खाने व ठहरने के लिए भी शानदार व्यवस्था की गई है। तीर्थ यात्रियों का यह पहला जत्था दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के काजीगुंड इलाके में नवयुग सुरंग पर पहुंचने पर उसका स्वागत किया गया। यह 52 दिवसीय तीर्थयात्रा अनंतनाग में पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल में बालटाल मार्ग से शुरू हो रही है जो 19 अगस्त को समाप्त होगी।
तीर्थयात्रियों की सुरक्षित यात्रा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बम—बम भोले और हर—हर महादेव के जयकारों के बीच इस यात्रियों के भगवती नगर स्थित यात्री निवास आधार शिविर पर स्वागत करते हुए उसें रवाना किया। उपराज्यपाल ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षित यात्रा की कामना भी की। उन्होंने कहाकि बाबा अमरनाथ का आशीर्वाद सभी यात्रियों पर बना रहेगा। अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा का जिम्मा इस बार जम्मू कश्मीर पुलिस के पास है जो चप्पे चप्पे पर तैनात है। इसके साथ ही यात्रियों के ठहरने के स्थानों पर सिक्योरिटी कैमरे व जवानों की तैनाती की गई है।
अचानक बदल रहा मौसम
अमरनाथ यात्रा में बालटाल से 12 हजार फीट ऊपर मौसम अचानक से बदल रहा है। यहां पर कभी धूप खिल जाती है तो कभी हवा अचानक से ठंडी हो जाती है तो कभी बादल छा जाते हैं। यहां पर दिन का तापमान 12 से 18 डिग्री के बीच रहता है, परंतु रात में पारा 10 डिग्री तक गिर रहा है।
अमरनाथ यात्रा में फ्री खाने व ठहरने की व्यवस्था
इस यात्रा में जा रहे यात्रियों के लिए 5 एकड़ में बेस कैंप लगाए जा रहे हैं जहां 135 लंगर भी चल हैं। इन कैंपों में सुबह की चाय से लेकर रात का भोजन तक सबकुछ फ्री दिया जा रहा है। इस कैंप में यात्रियों के सोने के लिए बिस्तर, टीफ्लेट, बाथरूम, बिजली जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। बालटाल में भी सड़क के दोनों और टेंट लगाए गए हैं जहां 100 रुपए में सोने की व्यवस्था की रही है। अमरनाथ यात्रा में पिछले साल 45 लाख श्रद्धालु आए थे और इस बार इससे भी ज्यादा संख्या रहने वाली है।