Guru Purnima 2024: गुरु पूर्णिमा के अवसर पर जयपुर में बाबा उमाकान्त जी महाराज का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। गुरु के सतसंग और दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से भक्तों का जन सैलाब जयपुर स्तिथ आश्रम में पहुंचा। सेवादारों द्वारा 38 से भी ज्यादा भोजन भंडारों की व्यवस्था की गई। साथ ही उनके रहने ठहरने के लिए समुचित डेरे और शौचालयों को तैयार किया गया। 21 जुलाई रविवार को महाराज जी द्वारा गुरु पूजन भी किया गया।
तीन दिवसीय गुरु पूर्णिमा सतसंग कार्यक्रम की शुरुआत 20 जुलाई को की गई। वहीं इसका समापन 21 जुलाई रविवार को गुरु पूर्णिमा के दिन हुआ। इस अवसर पर उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने अंत समय में अपना आत्म – कल्याण न कर पाने वाले जीव की गति का सुंदर वर्णन किया।
जो आया है उसे जाना पड़ेगा
उन्होंने कहा जब अंतिम समय आता है और कर्मों की सजा मिलने लगती है तो यमराज के दूत, जो बड़े काले, कुरूपी होते हैं, आते हैं तो आवाज लगा देते हैं कि चलो समय पूरा हो गया, शरीर खाली करो। ऐसे में जो लोग मनुष्य शरीर में आये, सबको खाली करना पड़ा। जो महापुरुष कहलाए, आज जिनकी पूजा होती है, जिनके मंदिर जगह-जगह बने हुए हैं, बड़ा नाम है, वह भी मनुष्य शरीर में थे, उनको भी शरीर छोड़ना पड़ा, चाहे भगवान राम हों, चाहे भगवान् कृष्ण हों।
नामदान एवम दर्शन
महाराज जी द्वारा सत्संग में भक्तों को जीते जी ईश्वर के दर्शन कराने वाले गुरुमन्त्र का दान (नामदान) दिया गया। साथ ही सत्संग के बाद भक्तों ने कतारबद्ध होकर पूर्ण अनुशासन और व्यवस्था के साथ पूज्य गुरु जी महाराज के दर्शन किये।