- बंधन का धागा प्यार भरे रिश्ते का प्रतीक
- रक्षाबंधन की शुरुआत कैसे हुई?
- राखी बांधने का महत्व क्या है?
जयपुर। भाई-बहन के पवित्र स्नेह और बंधन का त्योहार सबसे पवित्र माह श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का त्योहार भाई-बहन के जीवन में मिठास लेकर आता है। इस साल 30 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। स्कूल में भी इस त्योहार की महत्ता को समझाने के लिए कई कार्यक्रम होते हैं। जैसे राखी मेकिंग कॉम्पिटिशन, निबंध प्रतियोगिता आदि। रक्षाबंधन पर निबंध लिखने का ऐसा तरीका आपको बता रहें हैं जिसे पढ़कर किसी के भी दिल को छू लेगा।
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बंधन का धागा प्यार भरे रिश्ते का प्रतीक (Raksha Bandhan Essay)
रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के प्यार भरे रिश्ते का भी प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती है और मिठाई खिलाती है। साथ ही भाई हमेशा बहन की रक्षा के लिए वचन देता है। साथ ही बहन को कुछ गिफ्ट भी देता है। दोनों के जीवन में मिठाई की तरह हमेशा मिठास बनी रहती है।
रक्षाबंधन की शुरुआत कैसे हुई? (Raksha Bandhan History)
रक्षाबंधन के इतिहास को लेकर अलग-अलग बातें कही जाती है। ऐसा माना जाता है कि प्राचीन काल में राखी पति-पत्नी के बीच मनाई जाती थी। भगवान इंच्र की पत्नी शची ने दुष्ट राजा बाली से अपने पति की रक्षा के लिए राखी बांधी थी। इसलिए पत्नियां इस दिन अपने पति को राखी बांधती हैं। वहीं यह भी माना जाता है कि एक बार जब भगवान कृष्ण ने उनकी उंगली काट दी, तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का कपड़ा फाड़कर उंगली पर बांधा। इस घटना के बाद, कपड़े के टुकड़े को पवित्र धागा माना।
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राखी बांधने का महत्व क्या है?
रक्षा बंधन के दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर "राखी" नामक एक पवित्र धागा बांधती हैं। यह धागा प्यार, सुरक्षा और सद्भावना का प्रतीक माना जाता है। दोनों के बीच प्यार के रिश्ते का जश्न मनाता है। यह प्यार के अटूट बंधन और भाइयों के अपनी बहनों की रक्षा करने के कर्तव्य का प्रतीक है।