Kalki Avatar Swaroop: शास्त्रों में भगवान विष्णु के दस अवतार बताए गए हैं। इनमें से नौ अवतार मत्स्य, कूर्म, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण और बुद्ध हो चुके हैं। दसवां अवतार जिसे ‘कल्कि’ नाम दिया गया है, अभी तक अवतरित नहीं हुआ है बल्कि अब होगा। कल्कि अवतार के ही कल्कि मंदिर का शिलान्यास पीएम मोदी ने संभल में किया है। जानिए इस अवतार के बारे में
कब होगा कल्कि अवतार का जन्म
भविष्य पुराण के अनुसार भगवान विष्णु के दसवें कल्कि अवतार का पृथ्वी पर आना शेष है। यह घटना कलियुग के अंत और सतयुग के आगमन के समय घटेगी। कलियुग का समय लगभग 4 लाख 32 हजार वर्षों का माना गया है। इनमें से अभी 5125 वर्ष ही बीते हैं बाकि समय अभी बाकी है।
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पुराणों में बताया गया है कि भगवान कल्कि पवित्र हिंदू माह श्रावण (या सावन) के शुक्ल पक्ष की पंचमी को अवतरित होंगे। उनका जन्म वर्तमान उत्तरप्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा। उनकी माता का नाम विष्णुयश तथा माता का नाम सुमति होगा। कल्कि (Kalki Avatar Swaroop) के लक्ष्मी रूपी पद्मा और वैष्णवी रूपी रमा से दो विवाह होंगे।
भगवान शिव का तप कर प्राप्त करेंगे दिव्य शक्तियां
ब्रह्मऋषि परशुराम उनके गुरु का दायित्व निभाएंगे तथा उन्हें भगवान शिव का तप कर शक्तियां प्राप्त करने की सलाह देंगे। कल्कि इसके बाद महादेव को तप द्वारा प्रसन्न कर उनसे असीम शक्तियां प्राप्त करेंगे और पृथ्वी पर मौजूद अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना करेंगे। इसके साथ ही पृथ्वी पर सतयुग भी आरंभ हो जाएगा।
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ऐसा होगा उनका स्वरूप (Kalki Avatar Swaroop)
भगवान विष्णु अपने दसवें अवतार कल्कि स्वरूप में एक सामान्य मानव की ही भांति होंगे। उनका वर्ण गौर, शरीर सुंदर तथा दिव्य आभायुक्त होगा। उनका वाहन देवदत्त नामक एक श्वेत अश्व होगा तथा वह तलवार को धारण करने वाले होंगे। वह जगत की समस्त 64 कलाओं में निपुण होंगे।