क्या होता है सूर्य ग्रहण?
ग्रहण एक वैज्ञानिक खगोलीय घटना है जो तब होती है। जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है। चंद्रमा के बीच में आने से सूर्य की रोशनी कुछ समय के लिए सीधी नहीं पहुंचती अवरुद्ध हो जाती है इसे ही सूर्यग्रहण कहा जाता है अर्थात सूर्य की दृष्टि पूरी तरह से अथवा आंशिक रूप से अवरुद्ध हो जाती है। इसी प्रकार चंद्रग्रहण भी होता है। इस बार सूर्य ग्रहण मेष राशि में रहेगा। इस बार का सूर्य ग्रहण 2023 का पहला सूर्य ग्रहण है। जो मेष राशि में 19 साल बाद लगने जा रहा है। अतः यह बेहद खास होने वाला है।
सूर्य ग्रहण की अवधि
ग्रहण सुबह 7:04 से शुरू होगा और दोपहर 12:29 पर समाप्त होगा। सूर्य ग्रहण का असर सभी राशियों पर पड़ेगा। किंतु सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल नहीं माना जाएगा।
कहां कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
इस बार का सूर्य ग्रहण जो कि 20 अप्रैल को पड़ने वाला है। यह दक्षिणी प्रशांत महासागर के देशों जैसे अमेरिका, चीन, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, फ़िजी, जापान, समोआ, बरूनी, सोलोमन, सिंगापुर, थाईलैंड ,अंटार्कटिका, न्यूजीलैंड, वियतनाम, ताइवान, इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, फिलिपींस, माइक्रोनेशिया और दक्षिण हिंद महासागर में दिखाई देगा।
भौगोलिक खगोलीय घटना के संदर्भ में सूर्य ग्रहण ब्रह्मांड की एक शाश्वत प्रणाली है। अर्थात सूर्य के चारों ओर पृथ्वी समेत अनेक ग्रह परिक्रमा करते हैं। पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है। और चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है। ऐसे में एक स्थिति ऐसी आती है। जब यह तीनों एक ही लाइन में सीधे होते हैं ।जब यह एक लाइन में सीधे होते हैं। तब-तब ग्रहण की स्थिति बनती है। कभी सूर्य ग्रहण तो कभी चंद्र ग्रहण।इस दौरान हमें कुछ वैज्ञानिक तो कुछ धार्मिक मान्यताओं का पालन करना चाहिए। जाने
वे कौन-कौन सी बातें हैं जो सूर्य ग्रहण में वर्जित है
(1) ज्योतिष के अनुसार जब सूर्य ग्रहण लगे, तब सोना नहीं चाहिए। गृहिणी तथा गर्भवती महिलाओं को सुई में धागा नहीं डालना चाहिए।
(2) ग्रहण के दौरान शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। शुभ कार्य भी वर्जित होते हैं ।
(3) ग्रहण के दौरान नकारात्मक वाइब्रेशंस हावी होते हैं। ऐसे में स्वयं को सकारात्मक बनाए रखें। धार्मिक पुस्तके पढ़ें।
(4) ग्रहण के दौरान यात्रा प्रवास से बचें।
(5) ग्रहण में विशेष सावधानी गर्भवती महिलाओं को बरतनी चाहिए। इस दौरान उन्हें सब्जी वगैरह नहीं काटनी चाहिए।
(6) सबसे महत्वपूर्ण है कि ग्रहण के दौरान भोजन ग्रहण करने से बचना चाहिए।
इसी के साथ सूर्य ग्रहण में क्या करें और सूर्य ग्रहण के बाद? यह भी जानना जरूरी है।
(1) सूर्य ग्रहण के दौरान पूजा पाठ, धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। जिससे सकारात्मक उर्जा बनी रहे।
(2) जब सूर्य ग्रहण समाप्त हो जाए तब पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए। उपलब्ध ना हो तो घर में ही सामान्य जल से स्नान करें।
(3) शुद्ध जल से देवी-देवताओं को स्नान करवाएं तथा पूजा पाठ करें। पूरे घर में शुद्ध जल के छींटे मारें।