भारत ने ऑस्ट्रेलिया को वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में 5 विकेट से हराया। टीम ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 11 साल बाद वनडे में जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी कंगारू टीम 35.4 ओवर में 188 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में टीम इंडिया ने 5 विकेट से जीत हासिल कर ली। टीम इंडिया ने केएल राहुल की 13वीं फिफ्टी और जडेजा के साथ उनकी 108 रनों की नाबाद साझेदारी के दम पर 61 बॉल बाकी रहते मैच जीता।
टॉप ऑर्डर नहीं चला, मिडिल ऑर्डर ने संभाली जिम्मेदारी
189 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सका। एक समय टीम ने 39 रन पर तीन विकेट गंवाए दिए थे। यहां इशान किशन 3, विराट कोहली 4 और सूर्यकुमार यादव शून्य पर आउट हुए। ऐसे में मिडिल ऑर्डर पर खेलने आए केएल राहुल (00 रन), कप्तान हार्दिक पंड्या (25 रन) और रवींद्र जडेजा (00 रन) ने टीम की नैया पार लगाई। राहुल ने पहले पंड्या के साथ 55 बॉल पर 44 रन जोड़े। फिर जडेजा के साथ 00 बॉल पर 000 रनों की साझेदारी कर बचा हुआ काम पूरा किया।
वानखेड़े में लगातार 3 मुकाबले हारे थे
टीम इंडिया को वानखेड़े स्टेडियम में आखिरी जीत अक्टूबर 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ मिली थी। इसके बाद टीम ने यहां 3 मुकाबले खेले, लेकिन तीनों में हार मिली। 2015 में साउथ अफ्रीका ने 214 रन, 2017 में न्यूजीलैंड ने 6 विकेट और 2020 में ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से हमें हराया। वल्र्ड कप साल में वानखेड़े की यह जीत इसलिए भी यादगार है क्योंकि यहीं 2 अप्रैल 2011 की रात भारत ने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार वनडे वल्र्ड कप जीता था।
पंड्या-राहुल की उपयोगी साझेदारी
39 पर चार विकेट गंवाने के बाद कप्तान हार्दिक पंड्या और केएल राहुल ने 55 गेंद पर 44 रन की अहम साझेदारी कर टीम इंडिया को मुश्किल परिस्थितियों से उबारा। इस साझेदारी को मार्कस स्टोइनिस ने तोड़ा, यहां पंड्या ग्रीन को कैच थमा बैठे।